'हमें विश्वास है कि इसमें भारत का लाभ है', अमेरिकी टैरिफ पर बोले पीयूष गोयल

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में की गई टैरिफ घोषणाओं से भारत के उद्योगों को लाभ होगा. ट्रंप की हालिया घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है.

We believe this is to Indias advantage Piyush Goyal said on US tariffs
पीयूष गोयल/Photo- ANI

मुंबई (महाराष्ट्र): केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को विश्वास जताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा हाल ही में की गई टैरिफ घोषणाओं से भारत के उद्योगों को लाभ होगा. ट्रंप की हालिया घोषणा के बाद वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है.

फिक्की के 98वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए गोयल ने टैरिफ घोषणा पर विभिन्न क्षेत्रों द्वारा व्यक्त की गई अलग-अलग भावनाओं को स्वीकार किया और कहा कि भारत इसे एक अवसर के रूप में देखता है.

भारत के उद्योग इसमें अवसर देखते हैं

उन्होंने कहा, "हर क्षेत्र की अलग-अलग भावनाएं हैं. मैं उनमें से प्रत्येक के साथ संवाद में हूं. भारत के उद्योग इसमें अवसर देखते हैं. हमें विश्वास है कि इसमें भारत का लाभ है."

गोयल ने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम के विकास पर भी प्रकाश डाला और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नौ वर्ष पहले शुरू की गई "स्टार्ट-अप इंडिया" पहल के परिणामस्वरूप 170,000 से अधिक स्टार्टअप्स की वृद्धि हुई है, जो पहले केवल 400 थे.

9 साल पहले स्टार्ट-अप इंडिया की शुरुआत

उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने 9 साल पहले स्टार्ट-अप इंडिया आंदोलन की शुरुआत की थी. 400 स्टार्टअप से अब हम 170,000 से अधिक स्टार्टअप हैं. देश को इस पर गर्व है."

इस बीच, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भारत की अर्थव्यवस्था पर अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव पर चिंता व्यक्त की और प्रभावी द्विपक्षीय व्यापार समझौतों की आवश्यकता पर बल दिया तथा स्थिति को "काफी नकारात्मक" बताया.

अल्पावधि में स्थिति नकारात्मक है- थरूर

उन्होंने कहा, "यह बहुत चिंताजनक मुद्दा है. आप जानते हैं कि इस बात की काफी उम्मीद है कि अमेरिका के साथ द्विपक्षीय वार्ता से कुछ आश्वासन और राहत मिलेगी, लेकिन फिलहाल, अल्पावधि में स्थिति काफी नकारात्मक है."

इसके अलावा, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) की एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, 2025 में टैरिफ के कारण भारत को अमेरिका को निर्यात में 5.76 बिलियन अमेरिकी डॉलर या 6.41 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल सकती है.

इस शोध में उन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला गया है जहां भारत को लाभ हो सकता है या नुकसान हो सकता है, तथा नई अमेरिकी टैरिफ व्यवस्था से उत्पन्न चुनौतियों और अवसरों की एक सूक्ष्म तस्वीर पेश की गई है.

व्यापारिक निर्यात को हल्का झटका

टैरिफ़ से अमेरिका को भारत के व्यापारिक निर्यात को हल्का झटका लगने की संभावना है. 2024 में, भारत ने अमेरिका को 89.81 बिलियन अमरीकी डॉलर मूल्य का सामान निर्यात किया, लेकिन 2025 में नए व्यापार उपायों के परिणामस्वरूप यह लगभग 5.76 बिलियन अमरीकी डॉलर कम हो सकता है, जो 6.41 प्रतिशत की गिरावट है.

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