मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले में 166 लोगों की जान लेने वाले गुनहगार तहव्वुर राणा से अब पूछताछ शुरू हो गई है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम उसे गिरफ्तार कर भारत लाई है, और अब उससे हमले की साजिश से जुड़ी हर बात जानने की कोशिश की जा रही है.
पहले दिन कम पूछताछ, अब रफ्तार तेज
शुक्रवार को पूछताछ का पहला दिन था. लंबी यात्रा की वजह से पहले दिन सिर्फ सीमित सवाल पूछे गए, लेकिन अब पूरी तैयारी के साथ गहन पूछताछ शुरू हो चुकी है. एनआईए की टीम सवालों की लंबी लिस्ट तैयार कर चुकी है.
हेडली और राणा के बीच 231 बार बातचीत
एनआईए सूत्रों के अनुसार, तहव्वुर राणा और मुंबई हमले के आरोपी डेविड हेडली के बीच कुल 231 बार मोबाइल पर बातचीत हुई थी. ये सभी कॉल्स मुंबई हमले से पहले के हैं. एनआईए अब जानना चाहती है कि इन कॉल्स में क्या प्लानिंग हुई, क्या जानकारियां आपस में शेयर की गईं और पाकिस्तान की ISI व लश्कर-ए-तैयबा की इसमें क्या भूमिका थी.
भारत में हेडली की यात्राओं के दौरान कॉल डिटेल्स
जब हेडली पहली बार भारत आया था, तो उसने 32 बार तहव्वुर राणा से बात की. दूसरी बार 23, तीसरी बार 40, पांचवीं बार 37, छठी बार 33 और आठवीं बार 66 बार बातचीत हुई. चौथी और सातवीं यात्राओं के दौरान मोबाइल से कोई बातचीत नहीं हुई थी. इन कॉल्स से साफ है कि दोनों के बीच लगातार और गहरी बातचीत होती थी, जो हमले की साजिश की पुष्टि कर सकती है.
एनआईए की पूछताछ और सुरक्षा
तहव्वुर राणा को गुरुवार को भारत लाया गया और पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 18 दिन की एनआईए कस्टडी में भेज दिया. शुक्रवार को उसे दिल्ली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए हेडक्वार्टर लाया गया. वहां उसे एक हाई-सिक्योरिटी कोठरी में रखा गया है, और 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है. इस जांच की कमान एनआईए की डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) जया रॉय के हाथ में है.
पूछताछ का मकसद क्या है
एनआईए की कोशिश है कि तहव्वुर राणा से मुंबई हमले की साजिश का पूरा खुलासा हो, पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और आईएसआई के कनेक्शन सामने आएं और हेडली और राणा के नेटवर्क की भीतर तक जांच की जा सके. मुंबई हमले में 166 लोगों की जान गई थी और 238 से ज़्यादा लोग घायल हुए थे. तहव्वुर राणा से मिली जानकारी से इस मामले में नए खुलासे होने की उम्मीद है.
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