पाकिस्तान को अमेरिका के बाद चीन ने भी दिया धोखा, TRF को लेकर बोला- 'पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले...'

    अमेरिका द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने के बाद चीन की प्रतिक्रिया ने क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर उसकी चिंता को उजागर कर दिया है.

    After America China also betrayed Pakistan
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    बीजिंग/नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किए जाने के बाद चीन की प्रतिक्रिया ने क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर उसकी चिंता को उजागर कर दिया है. शुक्रवार (18 जुलाई 2025) को चीन ने आतंकवाद के हर रूप की कड़ी निंदा करते हुए 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को ‘जघन्य’ बताया और सभी देशों से आतंकवाद के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करने का आह्वान किया.

    चीन ने पहली बार पहलगाम हमले का किया खुला विरोध

    चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने मीडिया से बातचीत में कहा, "चीन हर प्रकार के आतंकवाद का स्पष्ट रूप से विरोध करता है और हम 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं." यह पहली बार है जब चीन ने इस तरह स्पष्ट रूप से भारत में हुए आतंकी हमले को लेकर इतना तीखा बयान दिया है. उन्होंने आगे कहा, "हम सभी देशों से अपील करते हैं कि वे आतंकवाद विरोधी सहयोग को मजबूत करें और क्षेत्रीय सुरक्षा व स्थिरता को बनाए रखें."

    अमेरिका ने TRF को घोषित किया आतंकी संगठन

    इस बयान से ठीक पहले अमेरिका ने पाकिस्तान समर्थित संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के बाद न्याय सुनिश्चित करने और आतंकियों को जवाबदेह ठहराने की दिशा में एक ठोस कदम है. अमेरिका की यह कार्रवाई उसके लंबे समय से चले आ रहे आतंकवाद विरोधी एजेंडे और राष्ट्रपति ट्रंप की प्रतिबद्धता का हिस्सा है.

    पाकिस्तान पर बढ़ते वैश्विक दबाव के संकेत

    यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ है जब पाकिस्तान पर पहले से ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें टिकी हैं. लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और जमात-उद-दावा जैसे कई आतंकवादी संगठनों के खिलाफ पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध सूची के तहत कार्रवाई की जा चुकी है. इन संगठनों से जुड़े हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे नाम भी लंबे समय से वैश्विक आतंकियों की सूची में शामिल हैं.

    UNSC के बयान से हटा दिया गया था TRF का नाम

    हालांकि, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए 25 अप्रैल को एक आधिकारिक बयान जारी किया था, लेकिन चीन और पाकिस्तान की आपत्तियों के कारण उस बयान से TRF और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के नाम हटा दिए गए थे. अब चीन की तरफ से सीधे पहलगाम हमले की आलोचना और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की अपील एक बदले हुए रुख की ओर इशारा कर रही है.

    भारत का जवाब: ऑपरेशन सिंदूर

    पहलगाम हमले के तुरंत बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 6-7 मई की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया. इस ऑपरेशन में नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया था. यह भारत की ओर से स्पष्ट संदेश था कि सीमा पार से आतंक की कोई भी कार्रवाई बिना जवाब नहीं छोड़ी जाएगी.

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