वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईरान को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर तेहरान ने यूरेनियम संवर्धन की अपनी गतिविधियां जारी रखीं, तो अमेरिका सैन्य कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगा. फ्रेंच न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "बिना किसी संकोच के, हम दोबारा कार्रवाई कर सकते हैं."
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में अमेरिका के खिलाफ बड़ी जीत का दावा किया था. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने कहा कि ईरान अतीत में अमेरिका के सामने पराजित हो चुका है और अब वह एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय बातचीत की कोशिश कर रहा है.
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर ट्रंप का दावा
ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और इज़राइल द्वारा की गई हालिया सैन्य कार्रवाई में ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण एजेंसियां, जैसे कि इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA), जाकर इन स्थलों की वर्तमान स्थिति का स्वयं आकलन कर सकती हैं.
JUST IN: President Trump says he would absolutely bomb Iran again.
— Collin Rugg (@CollinRugg) June 27, 2025
Reporter: If the intelligence report concludes that Iran can enrich uranium to a level that concerns you, would you consider bombing the country again?
Trump: Without question, absolutely. pic.twitter.com/EzGBdaPml3
हालांकि, ईरान की संसद ने हाल ही में IAEA के निरीक्षणों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया है, जिससे इस मुद्दे पर पारदर्शिता को लेकर नई चिंताएं उभर रही हैं.
सोशल मीडिया पर ट्रंप का तीखा बयान
अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर ट्रंप ने खामेनेई के बयानों को "झूठा और भड़काऊ" बताया. उन्होंने यह भी दावा किया कि वह पहले इज़राइली लड़ाकू विमानों को तेहरान पर हमला करने की अनुमति देने वाले थे, लेकिन अंतिम समय पर उस योजना को रोक दिया गया.
ट्रंप ने कहा कि वे ईरान पर लगे प्रतिबंधों में कुछ ढील देने पर विचार कर रहे थे, लेकिन खामेनेई के "नकारात्मक और गलत बयानों" के बाद उन्होंने इस विचार को खारिज कर दिया.
ईरान पर अमेरिकी रुख और आगे की राह
डोनाल्ड ट्रंप के इन बयानों से साफ है कि अगर वह फिर से सत्ता में आते हैं तो ईरान के साथ अमेरिका की नीति और भी सख्त हो सकती है. ट्रंप ने कहा कि ईरान अगर अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन नहीं करता और परमाणु हथियारों की दिशा में आगे बढ़ता है, तो उसका भविष्य "गंभीर खतरे" में होगा.
हालांकि ईरानी नेतृत्व इस वक्त किसी भी नई वार्ता की संभावना से इनकार कर रहा है, जिससे यह मसला और भी संवेदनशील होता जा रहा है. आने वाले हफ्तों में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों देशों के बीच यह तनाव किस दिशा में जाता है.
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