अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर विवादित बयान देकर हलचल मचा दी है. इस बार उनका निशाना बना रूस. एक सैन्य दीक्षांत समारोह के दौरान ट्रंप ने आरोप लगाया कि रूस ने अमेरिका की हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक चुरा ली थी, और यह सब ओबामा प्रशासन के दौरान हुआ.
"हमने डिजाइन किया, रूस ने चुराया"
न्यूयॉर्क के वेस्ट पॉइंट मिलिट्री एकेडमी में ग्रेजुएट कैडेट्स को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, "हमने उस रॉकेट को डिजाइन किया था. फिर कुछ गलत हुआ और रूसियों ने उसे चुरा लिया. लेकिन अब हम फिर से—और बहुत बड़ी संख्या में—हाइपरसोनिक मिसाइलें बना रहे हैं."
उन्होंने इस अवसर पर युवा कैडेटों की सराहना करते हुए कहा कि वे दुनिया की सबसे ताक़तवर सेना के भविष्य के अधिकारी हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल को याद करते हुए दावा किया कि उन्होंने अमेरिकी सशस्त्र बलों का पुनर्निर्माण किया.
बाइडन प्रशासन पर करारा हमला
अपने संबोधन में ट्रंप ने जो बाइडन सरकार की सैन्य नीतियों पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि सेना का ध्यान असली दुश्मनों से हटाकर गैरजरूरी चीजों पर लगाया जा रहा है. "हमारे सैनिकों का काम ड्रैग शो आयोजित करना या विदेशी संस्कृतियों में बदलाव लाना नहीं है." उन्होंने कहा कि अमेरिका की सेना का असली मकसद है— दुश्मनों को हराना, राष्ट्र का झंडा बचाना और अमेरिकी मूल्यों की रक्षा करना.
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