जम्मू-कश्मीर में हुए हादसे पर गृह मंत्रालय ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जानें DGP ने क्या कहा

    Jammu and Kashmir Blast: श्रीनगर की शांत रात उस समय दहशत में बदल गई, जब नौगाम पुलिस स्टेशन में अचानक जोरदार धमाका हुआ. यह घटना किसी आतंकी हमले से जुड़ी नहीं थी.

    Jammu and Kashmir Blast Home Ministry press conference know what he says
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    Jammu and Kashmir Blast: श्रीनगर की शांत रात उस समय दहशत में बदल गई, जब नौगाम पुलिस स्टेशन में अचानक जोरदार धमाका हुआ. यह घटना किसी आतंकी हमले से जुड़ी नहीं थी, बल्कि एक ऐसी गलती का नतीजा थी, जिसने नौ लोगों की जान ले ली. फॉरेंसिक जांच के दौरान हुए इस विस्फोट ने पूरे इलाके को हिला दिया और पुलिस विभाग से लेकर गृह मंत्रालय तक को स्थिति स्पष्ट करने के लिए सामने आना पड़ा.


    धमाके के कुछ घंटों बाद गृह मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि नौगाम पुलिस ने हाल ही में डॉक्टर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था और फरीदाबाद से बरामद किए गए विस्फोटक इसी मामले के हिस्से के तौर पर थाने में रखे गए थे. मंत्रालय ने साफ कहा कि यह घटना पूरी तरह एक दुर्घटना थी और इसमें किसी भी तरह का आतंकी एंगल नहीं जुड़ा है. विस्फोटक सामग्री की जांच के बीच हुए धमाके ने ही यह बड़ा हादसा पैदा किया.

    दो दिनों से चल रही थी फॉरेंसिक जांच

    जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने घटना की विस्तृत जानकारी दी. उनके अनुसार, 9 और 10 नवंबर को फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक, रसायन और अन्य सामग्री बरामद की गई थी. इन्हें पुलिस स्टेशन के खुले क्षेत्र में एक जगह सुरक्षित रखा गया था. फॉरेंसिक टीम पिछले दो दिनों से इनके नमूने लेकर जांच की प्रक्रिया में जुटी थी. भारी मात्रा में सामग्री होने के कारण परीक्षण धीमी गति से चल रहा था. इसी दौरान शुक्रवार की रात लगभग 11:20 बजे अचानक एक जोरदार विस्फोट हुआ.

    धमाके में नौ लोगों की मौत

    यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि मौके पर मौजूद कई कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए. डीजीपी के अनुसार, इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई, जिनमें एसआईए का एक अधिकारी, एफएसएल टीम के तीन सदस्य, दो क्राइम सीन फोटोग्राफर, दो राजस्व अधिकारी और एक दर्जी शामिल हैं, जो टीम की मदद के लिए मौजूद थे. घटना में 27 पुलिसकर्मी, दो राजस्व अधिकारी और पास के इलाके के तीन आम नागरिक घायल हुए. सभी को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है.

    थाने की इमारत समेत कई ढांचे क्षतिग्रस्त

    विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नौगाम पुलिस स्टेशन की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. आसपास की कई इमारतें भी धमाके की चपेट में आईं. नुकसान का आंकलन फिलहाल चल रहा है.डीजीपी ने कहा कि इस हादसे की वजह का पता लगाने और जांच को अंतिम रूप देने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. विभाग ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सहायता का आश्वासन दिया.

    दुख और सावधानी का संदेश

    यह घटना उन चुनौतियों की याद दिलाती है, जो संवेदनशील क्षेत्रों में दैनिक पुलिस कार्य को जोखिमभरा बनाती हैं. नौगाम का यह हादसा एक चेतावनी भी है कि विस्फोटक सामग्री की जांच और संग्रहण के दौरान अत्यधिक सावधानी और वैज्ञानिक प्रक्रिया पालन कितना जरूरी है. 

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