लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में ANI के एक इंटरव्यू में कई अहम मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी. उन्होंने विपक्षी दलों, भारतीय मुसलमानों की स्थिति, वक्फ संपत्तियों, कर्नाटक में आरक्षण नीति और लोकसभा चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप जैसे विषयों पर बेबाक बयान दिए.
भारतीय मुसलमानों पर क्या बोले योगी?
योगी आदित्यनाथ ने भारत में मुसलमानों की सुरक्षा पर चर्चा करते हुए कहा कि भारत में मुसलमान किसी खतरे में नहीं हैं, बल्कि उनकी वोट बैंक की राजनीति संकट में है.
उन्होंने कहा, "100 हिंदू परिवारों के बीच रहने वाला एक मुस्लिम परिवार पूरी तरह सुरक्षित होता है और अपने सभी धार्मिक कार्य करने के लिए स्वतंत्र होता है. लेकिन क्या यही स्थिति तब रहेगी जब 100 मुस्लिम परिवारों के बीच 50 हिंदू परिवार होंगे? क्या वे सुरक्षित रह पाएंगे?"
उन्होंने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान का उदाहरण देते हुए कहा कि भारत में मुसलमान सबसे अधिक सुरक्षित हैं, क्योंकि यहां हिंदू भी सुरक्षित हैं.
वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग हुआ है
योगी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "मस्जिदों पर कब्जा करके भाजपा क्या करेगी? असल मुद्दा यह है कि वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग हुआ है. वक्फ के नाम पर कितनी ज़मीनें कब्जाई गई हैं, लेकिन इनका कोई कल्याणकारी उपयोग नहीं हुआ. उल्टा, इन्हें निजी लाभ के लिए बेचा गया."
यूपी में कानून व्यवस्था पर क्या बोले सीएम?
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए प्रयागराज कुंभ मेले का उदाहरण दिया.
उन्होंने कहा, "66 करोड़ लोग प्रयागराज आए थे. क्या किसी श्रद्धालु ने कहा कि उसे लूटा गया? क्या किसी महिला ने कहा कि उसके साथ छेड़छाड़ हुई? क्या किसी व्यापारी ने कहा कि उसे पैसे देने के लिए मजबूर किया गया? इससे बेहतर उदाहरण और क्या हो सकता है?"
परिसीमन और आरक्षण पर भाजपा का रुख
परिसीमन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि यह एक राजनीतिक एजेंडा है और इस पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए.
कर्नाटक सरकार द्वारा धर्म के आधार पर आरक्षण देने के फैसले की आलोचना करते हुए उन्होंने इसे संविधान के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा, "बाबा साहेब आंबेडकर ने जो संविधान दिया था, यह उसकी अवहेलना है. कांग्रेस हमेशा से संविधान को तोड़ने-मरोड़ने का काम करती रही है."
लोकसभा चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप का दावा
योगी आदित्यनाथ ने हालिया लोकसभा चुनावों में विपक्ष की सफलता को विदेशी धन से जोड़ते हुए कहा, "2024 के चुनाव में दुष्प्रचार ही नहीं, बल्कि विदेशी पैसे का भी खेल हुआ. जॉर्ज सोरोस पहले ही इस बारे में खुलकर बोल चुके थे कि वे भारत में सरकार को अस्थिर करने के लिए फंडिंग करेंगे."
कुणाल कामरा पर प्रतिक्रिया
हास्य कलाकार कुणाल कामरा के एक विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी ने कहा, "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता किसी दूसरे पर व्यक्तिगत हमला करने के लिए नहीं हो सकती. दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने इसे भारत के खिलाफ षड्यंत्र का हथियार बना लिया है."
ये भी पढ़ें- भारत से शराब और कृषि उत्पाद सस्ते कराने पर अड़ा अमेरिका, दोनों देशों में टैरिफ को लेकर हुई बातचीत