वाशिंगटन, डीसी (अमेरिका) : भारतीय मूल के रिपब्लिकन नेता विवेक रामास्वामी ने कहा है कि अमेरिका में कई भारतीय अमेरिकी नाराज हैं क्योंकि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपनी भारतीय पहचान को "त्याग" दिया है.
रामस्वामी ने याद किया कि कमला हैरिस ने कैलिफोर्निया में चुनाव लड़ने के दौरान अपनी भारतीय अमेरिकी पहचान को अपनाया था और उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय मंच पर राजनीतिक रूप से सुविधाजनक होता है तो वह एक अलग पहचान अपनाती हैं.
आपको अच्छा लगे या बुरा पर भारतीय पहचान सच है, लेकिन वह त्याग चुकी हैं : रामास्वामी
फॉक्स न्यूज से बात करते हुए रामास्वामी ने कहा, "व्यक्तिगत स्तर पर, मेरे माता-पिता इस देश में अप्रवासी थे, दक्षिणी भारत से कानूनी अप्रवासी, भारत का वही हिस्सा, जहां से उनकी मां भी आई थीं. मुझे लगता है कि यह एक कड़वा तथ्य है, यह सिर्फ एक तथ्य है चाहे आप इसे पसंद करें या नहीं, कि संयुक्त राज्य अमेरिका में कई भारतीय अमेरिकी वास्तव में इस बात से कुछ हद तक नाराज हैं कि कमला ने अचानक अपनी पहचान के भारतीय अमेरिकी होने को त्याग दिया है."
उन्होंने कहा, "जब वह कैलिफ़ोर्निया में चुनाव लड़ रही थीं, तो उन्होंने इस बात को अपनाया, बड़ी एशियाई अमेरिकी होने की और भारतीय अमेरिकी आबादी के लिए. इसे उन्होंने तब अपनाया जब यह सुविधाजनक था. वह अब एक अलग पहचान अपना रही हैं जब यह राष्ट्रीय मंच पर राजनीतिक रूप से सुविधाजनक है."
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अमेरिका को लेकर हैरिस में दूरदर्शिता की कमी : रामास्वामी
फॉक्स न्यूज से बात करते हुए, रामास्वामी ने कहा कि कमला हैरिस का पहचान की राजनीति में झुकाव आलोचना का मौके देता है. उन्होंने कहा कि हैरिस की उम्मीदवारी में अमेरिका के लिए दूरदर्शिता का अभाव है.
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि हमें इन नस्लीय पहचानों पर बिल्कुल भी निर्भर रहना चाहिए. हम अमेरिकी हैं. और समस्या यह है कि जब आप कमला हैरिस हैं और आप वास्तव में अपनी पहचान की राजनीति में झुकती हैं, तो आप उस तरह की आलोचना के लिए दरवाजा खोलती हैं."
रामास्वामी ने कहा, "लेकिन अगर आप मुझसे पूछें, तो इस चुनाव का फैसला किसी भी तरह से नहीं होना चाहिए. यह अमेरिकियों के रूप में हमारी अपनी पहचान और देश के भविष्य के लिए हमारी दृष्टि के आधार पर तय किया जाना चाहिए. और कमला हैरिस की उम्मीदवारी में सबसे बड़ी कमी यह है कि उनके पास देश के लिए वह दृष्टि नहीं है. हमें इसी पर ध्यान केंद्रित करना है."
कमला हैरिस की नस्लीय पहचान को ट्रम्प ने बनाया है बड़ा मुद्दा
कमला हैरिस की नस्लीय-जातीय पहचान अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अभियान में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन रही है. CNN की रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा उपराष्ट्रपति और आगामी राष्ट्रपति चुनावों में प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस पर एक तगड़ा निजी हमला करने के बाद यह और अधिक खंगालने के दायरे में आ गया है, जिसमें उन्होंने दावा किया कि वह वर्षों तक "भारतीय मूल" की होने के बाद कुछ साल पहले "ब्लैक हो गईं".
उन्होंने आगे दावा किया कि हैरिस ने अपनी पहचान में "अचानक बदलाव किया" और अश्वेत के रूप में जानी जाना चाहती हैं. ट्रम्प ने शिकागो में पत्रकारों की एक सभा में यह टिप्पणी की, जब एक साक्षात्कारकर्ता ने उनसे पूछा कि अश्वेत मतदाताओं को ऐसे उम्मीदवार का समर्थन क्यों करना चाहिए, जिसका राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर नस्लवादी हमलों का इतिहास रहा है.
ट्रम्प ने कहा- वह हमेशा भारतीय मूल की थीं, उसी विरासत को बढ़ा रही हैं
सीएनएन ने उन्हें यह कहते हुए बताय कि उन्होंने हैरिस की विरासत पर सवाल उठाते हुए जवाब दिया. "वह हमेशा भारतीय मूल की थीं, और वह केवल भारतीय विरासत को बढ़ावा दे रही थीं. मुझे नहीं पता था कि वह कई साल पहले तक अश्वेत थीं, जब वह संयोग से अश्वेत बन गईं, और अब वह अश्वेत के रूप में जानी जाना चाहती हैं. इसलिए मुझे नहीं पता कि वह भारतीय हैं या अश्वेत?"
उन्होंने कहा, "मैं दोनों में से किसी का भी सम्मान करता हूं, लेकिन वह स्पष्ट रूप से नहीं करती हैं, क्योंकि वह शुरू से ही भारतीय थीं, और फिर अचानक उन्होंने बदलाव किया और वह चली गईं - वह एक अश्वेत व्यक्ति बन गईं."
"मुझे लगता है कि किसी को इस पर भी गौर करना चाहिए."
अमेरिकी राष्ट्रपति की उम्मीदवार कमला हैरिस भारतीय मूल की
कमला हैरिस भारतीय मूल की हैं. उनकी मां भारतीय हैं और उनके पिता जमैका के हैं; दोनों ही संयुक्त राज्य अमेरिका में आकर बसे थे. वह पहली अश्वेत और पहली एशियाई अमेरिकी उपराष्ट्रपति बनीं. अगर हैरिस आगामी चुनाव जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी.
नस्लीय टिप्पणी को लेकर कमला हैरिस का ट्रम्प पर पलटवार
इस बीच, कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रम्प पर उनकी नस्लीय पहचान के खिलाफ़ टिप्पणी करने के लिए पलटवार किया और कहा कि अमेरिकी लोग "इससे बेहतर के हकदार हैं." उन्होंने जोर देकर कहा कि आज देश को दो अलग-अलग नजरिए के बीच चुनाव करना है, और आरोप लगाया कि ट्रम्प और उनके अभियान का उद्देश्य देश को "पीछे" ले जाना है.
हैरिस बुधवार (स्थानीय समय) को ह्यूस्टन के एक फंडरेज़र में बोल रही थीं, ट्रम्प द्वारा यह दावा करने के कुछ घंटों बाद कि हैरिस, वर्षों तक "भारतीय विरासत" की होने के बाद, कुछ साल पहले "ब्लैक हो गईं".
कमला ने कहा- एक अतीत के लिए लड़ रहा, और एक भविष्य के लिए
उन्होंने कहा, "इस समय, हम अपने देश के लिए दो बहुत अलग नजिरए के बीच का चुनाव कर रहे हैं. एक भविष्य पर केंद्रित है, दूसरा अतीत पर केंद्रित है. और हम इस कमरे में, भविष्य के लिए लड़ रहे हैं."
हैरिस ने कहा, "जब हम अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं... ऐसे लोग भी हैं जो हमें पीछे ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. आपने उनका एजेंडा देखा होगा, वे इसे प्रोजेक्ट 2025 कहते हैं और यह चरमपंथ का 900 पन्नों का एजेंडा है."
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