राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र में NDA सरकार को सराहा, बताया रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफार्म वाली सरकार

    मुर्मू ने कहा- आने वाला बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के विजन का प्रभावी दस्तावेज होगा. बड़े आर्थिक, सामाजिक फैसलों के साथ कई ऐतिहासिक कदम दिखेंगे.

    राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र में NDA सरकार को सराहा, बताया रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफार्म वाली सरकार
    संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करती हुईं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू | Photo- ANI- Sansad TV

    नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश में 6 दशक के बाद तीसरी बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनी है. लोग जानते हैं कि सिर्फ यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है. उन्होंने कहा आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है. यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के विजन का प्रभावी दस्तावेज होगा. बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे."

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा, "मैं 18वीं लोक सभा के सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देती हूं. आप सभी यहां मतदाताओं का भरोसा जीतकर आए हैं. देश सेवा और जन सेवा का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है."

    संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा, "देश में छह दशक के बाद पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार बनी है. लोगों ने इस सरकार पर तीसरी बार भरोसा जताया है. लोग जानते हैं कि सिर्फ यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है...18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक लोकसभा है. इस लोकसभा का गठन अमृतकाल के शुरुआती वर्षों में हुआ है. यह लोकसभा देश के संविधान को अपनाने के 56वें ​​वर्ष की भी साक्षी बनेगी...आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है. यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के विजन का प्रभावी दस्तावेज होगा. बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे."

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के किसानों को 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की है. मेरी सरकार के नए कार्यकाल की शुरुआत से अब तक 20,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि किसानों को दी जा चुकी है. सरकार ने खरीफ फसलों के लिए MSP में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है. आज का भारत अपनी वर्तमान जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपनी कृषि व्यवस्था में बदलाव कर रहा है. आजकल दुनिया में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है. भारतीय किसानों के पास इस मांग को पूरा करने की पूरी क्षमता है इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशक्त कर रही है..."

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    मुर्मू ने मौजूदा सरकार की तारीफ के बांधे पुल

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफार्म के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है..."

    राष्ट्रपति ने कहा, "मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों -विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है. PLI योजनाओं और व्यापार करने में आसानी से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं. पारंपरिक सेक्टर्स के साथ-साथ सनराइज सेक्टर्स को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है."

    मुर्मू ने कहा, "आने वाला समय ग्रीन एरा यानि हरित युग का है। सरकार इसके लिए भी हर ज़रूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे ग्रीन जॉब भी बढ़े हैं..."

    नई सरकार के बनने के बाद राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण

    वहीं इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के गठन के बाद उनका पहला राष्ट्रपति अभिभाषण है.

    राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद, संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा, जिस पर सदस्यों द्वारा चर्चा की जाएगी.

    18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुआ और आज से राज्यसभा का सत्र शुरू होगा.

    मुर्मू ने कहा- कश्मीर से आई सुखद तस्वीर, टूटे वोट के रिकॉर्ड

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था. करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है. इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है. इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है. कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं."

    वहीं इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संसद पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. 

    सीएए कानून पर भी मुर्मू ने रखी अपनी बात

    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "मेरी सरकार ने CAA कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर दिया है. इससे बंटवारे से पीड़ित अनेक परिवारों के लिए सम्मान का जीवन जीना तय हुआ है. जिन परिवारों को CAA के तहत नागरिकता मिली है मैं उनके बेहतर भविष्य की कामना करती हूं."

    उन्होंने सेना की तारीफ करते हुए कहा, "एक सशक्त भारत के लिए हमारी सेनाओं में आधुनिकता जरूरी है. युद्ध की स्थिति में हम सर्वश्रेष्ठ बनें-इसके लिए सेनाओं में सुधार की प्रक्रिया निरंतर चलती रहनी चाहिए. इसी सोच के साथ मेरी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं...पिछले एक दशक में हमारा रक्षा निर्यात 18 गुना बढ़कर 21,000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है..."

    खरगे ने कहा- इस साल एक अच्छे भाषण की उम्मीद, यह सरकारी न हो

    कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उन्हें इस साल कम से कम एक अच्छे भाषण की उम्मीद है, उन्होंने कहा कि यह सरकारी भाषण नहीं होना चाहिए, बल्कि राष्ट्रपति का अभिभाषण होना चाहिए.

    उन्होंने कहा, "देखते हैं कि वे क्या नए कार्यक्रम देने जा रहे हैं और पिछले साल और उससे पहले कितने कार्यक्रम लागू किए. हम इस साल कम से कम एक अच्छे भाषण की उम्मीद कर रहे हैं. यह सरकारी भाषण नहीं होना चाहिए, यह राष्ट्रपति का अभिभाषण होना चाहिए."

    सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक परंपरा है और यह हर बार होता है. उन्होंने कहा, "यह परंपरा है और यह हर बार होता है. हम राष्ट्रपति को सुनते हैं. यह वास्तव में सरकार का भाषण होता है."

    एक दिन पहले लोकसभा के स्पीकर बने हैं ओम बिरला

    इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किए गए और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा समर्थित प्रस्ताव को सदन द्वारा ध्वनिमत से स्वीकार किए जाने के बाद ओम बिरला लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुने गए हैं. इस अवसर पर बोलते हुए बिरला ने आग्रह किया कि 18वीं लोकसभा के लिए एक नया दृष्टिकोण और संकल्प होना चाहिए. उन्होंने 18वीं लोकसभा को रचनात्मक सोच और नए विचारों का केंद्र बनाने का आह्वान किया, जो संसदीय परंपराओं और गरिमा के उच्च स्तर को स्थापित करेगा और कहा कि सदन का उद्देश्य विकसित भारत के संकल्प को पूरा करना होना चाहिए.

    आम चुनावों के बाद यह पहला लोकसभा सत्र है जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 293 सीटें मिलीं जबकि इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिलीं. हालांकि, भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर सकी और 240 सीटों पर सिमट गई.

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