पाकिस्तान, चीन, गोधरा कांड... पॉडकास्ट में लेक्स फ्रिडमैन के साथ पीएम मोदी ने क्या-क्या बातें कीं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे लंबे पॉडकास्ट इंटरव्यू में अपने विचार साझा किए.

Pakistan China Godhra incident what did PM Modi say in the podcast with Lex Fridman
पीएम मोदी | Photo: ANI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ तीन घंटे लंबे पॉडकास्ट इंटरव्यू में अपने विचार साझा किए. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान, चीन, रूस-यूक्रेन संघर्ष, चुनाव आयोग और अपने व्यक्तिगत जीवन से जुड़े कई अहम पहलुओं पर बात की. आइए जानते हैं पीएम मोदी के इस पॉडकास्ट के कुछ प्रमुख अंश.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ अपने संबंध:

प्रधानमंत्री मोदी ने RSS से अपने जुड़ाव को लेकर कहा, "मैंने बचपन से ही संघ के कामों में भाग लिया और यहां से जीवन के मूल्यों और उद्देश्य को सीखा. संघ ने मुझे यह सिखाया कि राष्ट्र ही सर्वोपरि है और समाज सेवा ही ईश्वर सेवा है."

गोधरा कांड पर प्रधानमंत्री का बयान:

गोधरा कांड को लेकर पीएम मोदी ने कहा, "27 फरवरी 2002 को गोधरा ट्रेन घटना के बाद स्थिति बहुत गंभीर थी. विपक्ष ने हमें झूठे आरोपों में फंसाने की पूरी कोशिश की, लेकिन न्यायपालिका ने पूरा घटनाक्रम जांचा और हमें निर्दोष ठहराया. इसके बाद 2002 के बाद कोई बड़ी घटना नहीं हुई."

चुनाव आयोग पर मोदी का रुख:

प्रधानमंत्री ने भारतीय चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और तटस्थता की सराहना की. उन्होंने कहा, "भारत का चुनाव आयोग पूरी दुनिया के लिए एक मॉडल है. यह एक स्वतंत्र और निष्पक्ष संस्था है, जो चुनावों से जुड़े फैसले स्वच्छ तरीके से लेता है."

पाकिस्तान से शांति की उम्मीद:

पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों पर मोदी ने कहा, "भारत ने शांति की कई कोशिशें की, लेकिन हर बार पाकिस्तान ने धोखा दिया. मैंने पाकिस्तान को शांति के लिए शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था, लेकिन उनके द्वारा हर बार विश्वासघात ही हुआ. मुझे विश्वास है कि पाकिस्तान के लोग भी शांति चाहते हैं, क्योंकि वे भी संघर्ष और अशांति से थक चुके होंगे."

चीन के साथ सीमा विवाद पर प्रधानमंत्री का बयान:

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-चीन सीमा पर 2020 में हुए संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा, "हम चीन के साथ सीमा पर शांति और स्थिति को फिर से सामान्य बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. मैंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की, और हमें विश्वास है कि हम धीरे-धीरे अपने रिश्तों को सामान्य बना पाएंगे."

रूस-यूक्रेन संघर्ष पर मोदी का तटस्थ रुख:

प्रधानमंत्री मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर कहा, "यह संघर्ष युद्ध के मैदान में हल नहीं हो सकता. केवल बातचीत से ही इसका समाधान निकाला जा सकता है. भारत शांति की ओर अग्रसर है और इस संघर्ष में तटस्थ नहीं बल्कि शांति के पक्ष में खड़ा है."

डोनाल्ड ट्रंप और उनका दूसरा कार्यकाल:

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हमारा रिश्ता मजबूत है और वे अपने दूसरे कार्यकाल में पहले से कहीं ज्यादा तैयार दिखाई दे रहे हैं. मैं उन्हें एक साहसी व्यक्ति मानता हूं."

गरीबी और संघर्ष का व्यक्तिगत अनुभव:

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बचपन के संघर्ष को याद करते हुए कहा, "हम बहुत गरीबी में बड़े हुए, लेकिन हमें कभी गरीबी का बोझ महसूस नहीं हुआ. मेरे परिवार में एक खिड़की तक नहीं थी, और हम एक छोटे से घर में एक साथ रहते थे."

"जन सेवा ही प्रभु सेवा" – मोदी का 1 1 सिद्धांत:

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं कभी अकेला महसूस नहीं करता क्योंकि मैं 1 1 सिद्धांत में विश्वास करता हूं. पहले एक मोदी है, और दूसरा परमात्मा है. मुझे जन सेवा का उद्देश्य है, और इस मार्ग पर मैं हमेशा अपने लोगों और भगवान के साथ हूं."

कल्याणकारी योजनाओं में सुधार:

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने 10 करोड़ फर्जी लाभार्थियों की पहचान की और उन्हें हटाया. इसके साथ ही 3 लाख करोड़ रुपये की बचत की गई. "हमने सरकारी खरीदारी के लिए GeM पोर्टल शुरू किया और 1,500 अप्रचलित कानूनों को समाप्त किया."

महात्मा गांधी का विजन:

प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के विजन को प्रेरणादायक बताते हुए कहा, "गांधीजी ने सामूहिकता और जनशक्ति के महत्व को पहचाना. आज मेरी कोशिश भी यही रहती है कि अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो और समाज की शक्ति को आगे बढ़ाया जाए."

हिमालय यात्रा पर प्रधानमंत्री मोदी:

प्रधानमंत्री ने हिमालय यात्रा को लेकर कहा, "हिमालय में बिताए गए समय ने मुझे बहुत कुछ सिखाया. वहां मुझे बहुत से महान तपस्वियों से मिलने का अवसर मिला और मैंने वहां बहुत कुछ सीखा."

उपवास को वैज्ञानिक प्रक्रिया मानते हैं पीएम मोदी:

प्रधानमंत्री मोदी ने उपवास को एक वैज्ञानिक प्रक्रिया करार दिया और कहा, "उपवास सिर्फ खाना छोड़ने की प्रक्रिया नहीं है, यह शरीर को शुद्ध करने की एक वैज्ञानिक प्रक्रिया है." उन्होंने यह भी बताया कि लेक्स फ्रिडमैन ने उनके सम्मान में 45 घंटे का उपवास रखा, जिसके दौरान उन्होंने केवल पानी ही पीया.

प्रधानमंत्री मोदी के साथ यह पॉडकास्ट काफी दिलचस्प था, जिसमें उन्होंने अपनी निजी जिंदगी, राजनीतिक दृष्टिकोण और वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए. यह इंटरव्यू न केवल भारत बल्कि विश्व भर के राजनीतिक दृष्टिकोण को समझने का एक बेहतरीन अवसर था.

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