वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने पूरी दुनिया के रणनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है. उन्होंने दावा किया है कि पाकिस्तान गुप्त रूप से परमाणु परीक्षण कर रहा है. यह बयान ट्रंप ने हाल ही में CBC न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में दिया, जिसमें उन्होंने रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान चारों देशों को परमाणु परीक्षण करने वाला बताया.
ट्रंप के इस दावे से न केवल वैश्विक सुरक्षा विशेषज्ञों में चिंता बढ़ी है, बल्कि दक्षिण एशिया में रणनीतिक तनाव भी गहरा सकता है, क्योंकि पाकिस्तान का ऐसा कदम सीधे भारत की सुरक्षा नीति और संतुलन को प्रभावित करेगा.
पाकिस्तान भी कर रहा है परमाणु परीक्षण
ट्रंप ने इंटरव्यू में साफ कहा कि अमेरिका अब पीछे नहीं रह सकता. जब अन्य देश लगातार अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं, तो अमेरिका को भी अपनी क्षमता दिखानी होगी. उन्होंने कहा, "हमारे पास बहुत बड़ी परमाणु ताकत है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम परीक्षण न करें. जब रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान लगातार परमाणु परीक्षण कर रहे हैं, तो अमेरिका क्यों रुके?"
जब कार्यक्रम के एंकर ने उनसे पूछा कि "क्या सिर्फ उत्तर कोरिया ही ऐसा कर रहा है?", तो ट्रंप ने तुरंत जवाब दिया, "नहीं, रूस और चीन भी परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं करते. हम एक खुला समाज हैं, हम पारदर्शी हैं, और हम जो करते हैं, उसे छिपाते नहीं. लेकिन बाकी देश चुपचाप काम करते हैं. वे बार-बार परीक्षण करते हैं."
Breaking: 'Pakistan's been testing nuclear weapons', says US President Donald Trump
— Sidhant Sibal (@sidhant) November 3, 2025
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ट्रंप ने आगे कहा, "पाकिस्तान भी परमाणु परीक्षण कर रहा है. वे खुलकर ऐसा नहीं कहेंगे. वे भूमिगत (underground) जगहों पर ऐसा करते हैं ताकि दुनिया को भनक न लगे. लेकिन हमें जानकारी है कि वे सक्रिय हैं और यही वजह है कि अब अमेरिका को भी आगे बढ़ना होगा."
दक्षिण एशिया में नई परमाणु चिंता
ट्रंप के इस बयान ने भारत सहित पूरे दक्षिण एशिया में सुरक्षा हलकों को सतर्क कर दिया है. पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर लंबे समय से यह आशंका जताई जाती रही है कि वह चीन की मदद से अपने हथियार भंडार को लगातार विस्तार दे रहा है.
राष्ट्रपति ट्रंप का बयान उस शक को लगभग “औपचारिक मुहर” देने जैसा माना जा रहा है. अगर पाकिस्तान वाकई परमाणु परीक्षण कर रहा है, तो यह न केवल अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन होगा, बल्कि इससे भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है.
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बयान से अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की सूचनाओं का भी संकेत मिलता है कि पाकिस्तान ‘अंडरग्राउंड टेस्टिंग फैसिलिटी’ में सक्रिय है, जहां परीक्षण इतने गहराई में किए जाते हैं कि उपग्रहों को भी उनके प्रभाव का पता लगाने में कठिनाई होती है.
मुनीर की भूमिका पर उठे सवाल
ट्रंप के इस बयान के बाद सुरक्षा विश्लेषकों की नजरें अब पाकिस्तान के मौजूदा सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर टिक गई हैं, जिन्हें भारत के खिलाफ कठोर रुख अपनाने वाला नेता माना जाता है.
असीम मुनीर का नाम भारत विरोधी रणनीतियों और आतंकी नेटवर्क को शह देने वाले सैन्य ढांचे से जुड़ा बताया जाता रहा है. अगर पाकिस्तान वाकई में परमाणु परीक्षण कर रहा है, तो विशेषज्ञों का मानना है कि इसके पीछे असीम मुनीर की 'जिहादी रणनीति' और भारत को रणनीतिक रूप से डराने की मंशा छिपी हो सकती है.
रक्षा विश्लेषक कहते हैं कि इस समय पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था के बुरे दौर से गुजर रहा है, और ऐसे में सैन्य प्रतिष्ठान आंतरिक असंतोष से ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद और परमाणु शक्ति का कार्ड खेल सकता है.
ट्रंप की चेतावनी: अमेरिका पीछे नहीं रहेगा
राष्ट्रपति ट्रंप ने इंटरव्यू में यह भी संकेत दिया कि उन्होंने अमेरिकी रक्षा विभाग को 'तुरंत परमाणु परीक्षण शुरू करने' के निर्देश दिए हैं. यह बयान उन्होंने उस समय दिया जब उनकी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से दक्षिण कोरिया के वुसान शहर में मुलाकात की योजना बनी थी.
ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिका निष्क्रिय रहता है, तो उसका सामरिक संतुलन बिगड़ सकता है. उन्होंने कहा, "दुनिया को यह जानना चाहिए कि अमेरिका अब केवल संयम नहीं दिखाएगा. अगर दूसरे देश अपनी ताकत बढ़ा रहे हैं, तो हमें भी यह दिखाना होगा कि हम सबसे आगे हैं."
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