ट्रंप के परमाणु बम से कांपेगी दुनिया! हिरोशिमा वाले से भी 24 गुना पावरफुल; कौन बनेगा निशाना?

    अमेरिका ने परमाणु बम बनाने से दुनिया को रोकने और इसका विस्तार न होने देने की कई बार अपील की है, लेकिन अब खुद अमेरिका एक अत्यधिक विनाशकारी परमाणु बम बना रहा है.

    Trump nuclear bomb 24 times more powerful than the one in Hiroshima
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    अमेरिका ने परमाणु बम बनाने से दुनिया को रोकने और इसका विस्तार न होने देने की कई बार अपील की है, लेकिन अब खुद अमेरिका एक अत्यधिक विनाशकारी परमाणु बम बना रहा है. यह नया बम इतना शक्तिशाली होगा कि इसकी क्षमता जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 24 गुना अधिक होगी. अमेरिका के नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (NNSA) के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है.

    B61-13 परमाणु बम

    NNSA के अनुसार, अमेरिका के नए परमाणु बम, B61-13, के निर्माण में तेजी से काम चल रहा है. यह बम अमेरिका के पुराने B61 परमाणु गुरुत्वाकर्षण बम का एक आधुनिक संस्करण होगा. NNSA ने कहा कि इस बम की पहली प्रोडक्शन यूनिट को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, और यह निर्धारित समय से पहले ही बनकर तैयार हो जाएगा.

    NNSA के प्रवक्ता ने फॉक्स न्यूज को बताया कि यह बम "कुछ कठिन और बड़े सैन्य लक्ष्यों के खिलाफ अतिरिक्त विकल्प प्रदान करेगा." इसका उद्देश्य अमेरिकी परमाणु भंडार की विश्वसनीयता और प्रभावशीलता को सुनिश्चित करना है. इस बम का उपयोग किसी भी युद्धक्षेत्र में प्रभावी सैन्य कार्रवाई के लिए किया जा सकता है.

    अमेरिका का दोहरा रवैया

    यह वही अमेरिका है, जिसने विश्वभर में परमाणु बम बनाने से रोकने के लिए कई प्रतिबंध लगाए. भारत और पाकिस्तान जैसे देशों पर उसने परमाणु परीक्षण के लिए कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. इसके साथ ही, उत्तर कोरिया और ईरान पर भी उसने परमाणु हथियार बनाने के प्रयासों को रोकने के लिए कई तरह के कड़े कदम उठाए हैं. इन देशों के परमाणु कार्यक्रमों को रोकने के लिए अमेरिका ने बार-बार दबाव डाला है और कई बार सैन्य कार्रवाई की धमकी भी दी है.

    लेकिन, अब अमेरिकी प्रशासन खुद एक नए और अत्यधिक शक्तिशाली परमाणु बम का निर्माण कर रहा है, जो उनके दावे और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों के साथ विरोधाभास पैदा करता है.

    B61-13: हिरोशिमा के बम से 24 गुना अधिक शक्तिशाली

    आपको बता दें कि द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा शहर पर लगभग 15 किलोटन का परमाणु बम गिराया था. वहीं, B61-13 की क्षमता करीब 360 किलोटन होगी, यानी यह हिरोशिमा पर गिराए गए बम से 24 गुना ज्यादा शक्तिशाली होगा.

    अमेरिका ने नागासाकी पर भी 25 किलोटन का बम गिराया था, लेकिन अब B61-13 को इतने बड़े विनाश के लिए तैयार किया जा रहा है कि यह किसी बड़े सैन्य संघर्ष के दौरान अमेरिकी सुरक्षा को मजबूत करेगा.

    ये भी पढ़ेंः तेजस और JF-17 फाइटर जेट भिड़ेंगे! आमने-सामने आई भारत-पाकिस्तान की सेना, किसमें कितना है दम?