Sky Sabre क्या है, जिससे एयर डिफेंस मजबूत करेगा बांग्लादेश? भारत-चीन से नहीं बनी तो ब्रिटेन की गोद में बैठे यूनुस

    बांग्लादेश ने अपनी सैन्य रणनीति में एक बड़ा और अहम मोड़ ले लिया है. परंपरागत साझेदारों पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय अब वह एक संतुलित और बहुपक्षीय रक्षा सहयोग की ओर कदम बढ़ा रहा है.

    Sky Sabre Bangladesh will strengthen air defense India China Yunus
    यूनुस | Photo: ANI

    बांग्लादेश ने अपनी सैन्य रणनीति में एक बड़ा और अहम मोड़ ले लिया है. परंपरागत साझेदारों पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय अब वह एक संतुलित और बहुपक्षीय रक्षा सहयोग की ओर कदम बढ़ा रहा है. खासकर एयर डिफेंस के क्षेत्र में बांग्लादेश तेजी से बदलाव ला रहा है, जिसमें ब्रिटेन की आधुनिक तकनीक उसकी प्रमुख पसंद बनती जा रही है.

    इस नई रणनीति की झलक हाल ही में लंदन में आयोजित ‘फुल स्पेक्ट्रम एयर डिफेंस समिट’ में देखने को मिली, जहां बांग्लादेश का एक वरिष्ठ सैन्य प्रतिनिधिमंडल शामिल हुआ. इस दल का नेतृत्व मेजर जनरल मोहम्मद कमरुल हसन ने किया, जो वर्तमान में रंगपुर क्षेत्र के एरिया कमांडर और 66 इन्फैंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (GOC) हैं. उनके साथ सेना और वायुसेना के छह अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.

    क्यों जरूरी हुआ यह बदलाव?

    बांग्लादेश का फोकस अब एयर और मिसाइल डिफेंस सिस्टम की इंटरऑपरेबिलिटी, तेज प्रतिक्रिया क्षमता और लागत प्रभाविता पर है. चीन जैसे एकमात्र रक्षा आपूर्तिकर्ता पर निर्भर रहने की रणनीति अब पीछे छूट रही है. इसके बजाय बांग्लादेश एक संतुलित रक्षा तंत्र विकसित करना चाहता है, जो वैश्विक मानकों पर खरा उतरे और किसी एक देश की नीति या तकनीक से बंधा न हो.

    ब्रिटेन का Sky Sabre बना पहली पसंद

    ब्रिटेन का Sky Sabre एयर डिफेंस सिस्टम इस बदलाव का केंद्रबिंदु बन गया है. 2021 में तैनात किया गया यह सिस्टम अत्याधुनिक तकनीक से लैस है और इसकी अनुमानित लागत करीब 900 मिलियन डॉलर है. यह दुश्मन के फाइटर जेट्स, ड्रोन, अटैक हेलिकॉप्टर और गाइडेड मिसाइलों से रक्षा करने में सक्षम है. Falkland Islands और पोलैंड में इसकी सफल तैनाती के बाद इसे NATO भी अपने रक्षा तंत्र में उपयोग कर रहा है.

    क्षेत्रीय सुरक्षा की बढ़ती चुनौती

    बांग्लादेश के इस कदम के पीछे म्यांमार से सटी सीमा, खासकर रखाइन प्रांत में जारी अशांति, एक प्रमुख कारण है. इन हालातों को देखते हुए बांग्लादेश अपने हवाई रक्षा तंत्र को दोगुना मजबूत करना चाहता है, ताकि किसी भी खतरे का तुरंत और प्रभावी जवाब दिया जा सके.

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