3 साल से यूक्रेन से जंग लड़ रहे पुतिन रुकवाएंगे ईरान-इजरायल युद्ध? 1 घंटे तक फोन पर ट्रंप से की बात

    ईरान-इजराइल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के माहौल में एक अहम कूटनीतिक संवाद हुआ—वो भी दुनिया की दो सबसे ताकतवर हस्तियों के बीच. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच करीब एक घंटे लंबी टेलीफोन बातचीत हुई.

    Putin Trump phone call talk on Israel Iran war end
    Image Source: ANI

    Putin Call Trump: ईरान-इजराइल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के माहौल में एक अहम कूटनीतिक संवाद हुआ—वो भी दुनिया की दो सबसे ताकतवर हस्तियों के बीच. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच करीब एक घंटे लंबी टेलीफोन बातचीत हुई, जिसमें न सिर्फ ईरान का मुद्दा उठा, बल्कि ट्रंप ने मौका देखकर यूक्रेन युद्ध का भी जिक्र छेड़ दिया.

    पुतिन ने ट्रंप को बोला 'हैप्पी बर्थडे'

    इस बातचीत की शुरुआत हालांकि एक निजी लम्हे से हुई. 79वें जन्मदिन पर पुतिन ने ट्रंप को फोन कर बधाई दी, जिसकी जानकारी खुद ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की. लेकिन ये कॉल सिर्फ शुभकामनाओं तक सीमित नहीं रही. आगे जो हुआ, वो वैश्विक राजनीति की दिशा तय करने वाले मुद्दों पर खुली चर्चा थी.

    पुतिन ने की ईरान-इजराइल युद्ध पर बात

    पुतिन ने बातचीत की शुरुआत ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष पर चिंता जताते हुए की. उन्होंने कहा कि यह युद्ध अब रुकना चाहिए, क्योंकि यह पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर रहा है. पुतिन के अनुसार, ईरान पर इजराइल के हमले ऐसे वक्त हो रहे हैं जब तेहरान और वाशिंगटन के बीच परमाणु वार्ता का छठा दौर शुरू होने वाला है—जो इस समय एक गलत संकेत भेजता है.

    ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध की दिलाई याद

    पुतिन की ईरान पर चिंता सुनने के बाद ट्रंप ने कूटनीतिक चुटकी लेते हुए जवाब दिया कि ठीक उसी तरह यूक्रेन के साथ रूस का युद्ध भी अब समाप्त होना चाहिए. ट्रंप ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब दुनिया को शांति की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.

    सार्थक और स्पष्ट संवाद

    क्रेमलिन के अधिकारी यूरी उशाकोव ने पुष्टि की कि यह बातचीत स्पष्ट, उपयोगी और गर्मजोशी से भरी रही. दोनों नेताओं ने आपसी व्यक्तिगत संबंधों पर संतोष जताते हुए भविष्य में और संवाद जारी रखने की इच्छा प्रकट की. खास बात यह रही कि दोनों ने ईरानी परमाणु कार्यक्रम पर दोबारा बातचीत की संभावनाओं को पूरी तरह नकारा नहीं.

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