Pakistan on America Attacked on Iran: मध्य पूर्व में उभरते युद्ध संकट के बीच पाकिस्तान ने अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. इस्लामाबाद ने इसे क्षेत्रीय शांति के लिए बेहद खतरनाक कदम बताते हुए अंतरराष्ट्रीय नियमों के उल्लंघन का सीधा आरोप लगाया है.
“शांति को गहरे खतरे में डाल दिया”
पाक विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा कि ईरान की संप्रभुता पर किया गया यह हमला न केवल संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है, बल्कि यह पहले से ही तनावपूर्ण हालात को और अधिक भड़का सकता है. पाकिस्तान ने यह भी कहा कि अमेरिका के इस कदम से पूरे क्षेत्र में अस्थिरता और हिंसा का नया दौर शुरू हो सकता है.
ईरान को आत्मरक्षा का हक, अमेरिका पर गंभीर आरोप
बयान में पाकिस्तान ने यह स्पष्ट किया कि ईरान को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है और इस तरह की सैन्य कार्रवाई को किसी भी रूप में उचित नहीं ठहराया जा सकता. पाकिस्तान के अनुसार, अमेरिका ने अपने इस कदम से न केवल ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन किया है, बल्कि वैश्विक कूटनीति को भी झटका दिया है.
संवाद को दिया जाए प्राथमिकता, युद्ध नहीं
इस्लामाबाद ने सभी संबंधित पक्षों से अपील की है कि वे आम नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और ऐसे किसी भी कदम से बचें जिससे जान-माल का नुकसान हो. पाकिस्तान ने ज़ोर देकर कहा कि मौजूदा तनाव का हल केवल शांतिपूर्ण संवाद और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के ज़रिए ही संभव है. बयान में यह भी जोड़ा गया कि मानवाधिकार कानून और अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करते हुए सभी देशों को संयम बरतना चाहिए, ताकि युद्ध जैसी स्थितियों से बचा जा सके.
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