'सिंधु समझौते पर भारत का कदम गलत', ऑपरेशन सिंदूर से निकली हेकड़ी तो आसियान में शेखी बघारने लगे इशाक डार

    पाकिस्तान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और विदेश मंत्री इशाक डार ने हाल ही में एक बार फिर से कई विवादास्पद बयान दिए हैं, जिनमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के बारे में बड़े दावे किए.

    Indus agreement Operation Sindoor Ishaq Dar started boasting in ASEAN
    इशाक डार | Photo: ANI

    पाकिस्तान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और विदेश मंत्री इशाक डार ने हाल ही में एक बार फिर से कई विवादास्पद बयान दिए हैं, जिनमें उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष के बारे में बड़े दावे किए. मलेशिया में आसियान रीजनल फोरम (ARF) की बैठक के दौरान डार ने पाकिस्तान की सेना की सफलता का दावा करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को पाकिस्तान के खिलाफ की गई सेना कार्रवाई का परिणाम अब तक नहीं पचाया जा सका है. इसके अलावा, डार ने सिंधु जल समझौते पर भी भारत को आड़े हाथों लिया.

    पाकिस्तान की "विजय" का दावा

    इशाक डार ने इस बात का दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना ने शानदार प्रदर्शन किया और पाकिस्तान ने लड़ाई में विजय प्राप्त की. उनका कहना था कि पाकिस्तान की सैन्य ताकत इतनी प्रभावशाली थी कि भारत अब तक इसे पचा नहीं पा रहा है. हालांकि, यह टिप्पणी उस समय आई है जब पाकिस्तान की सेना के कई महत्वपूर्ण ठिकानों और आतंकी ठिकानों को भारी नुकसान हुआ था. डार ने इस नुकसान को छुपाने की कोशिश करते हुए अपनी सेना की कामयाबी को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया.

    भारत पर आरोप और सीजफायर का मसला

    डार ने मलेशिया में अपनी टिप्पणी में भारत पर आक्रामक बयानबाजी करने का आरोप भी लगाया. उनका कहना था कि अमेरिका की मध्यस्थता से पाकिस्तान और भारत के बीच सीजफायर लागू हुआ था, जो अब तक अच्छे से चल रहा था, लेकिन भारत द्वारा आक्रामक बयानबाजी ने इस स्थिति को खराब किया है. डार ने मई में हुए सैन्य संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि यह संघर्ष भारत की तरफ से शुरू हुआ था, जब पाकिस्तान पर हमला किया गया था. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने पूरी ताकत से जवाब दिया और युद्धविराम के लिए दबाव बनाया.

    सिंधु जल समझौता और भारत का कदम

    इशाक डार ने भारत की तरफ से सिंधु जल समझौते को निलंबित करने के फैसले पर भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उनका कहना था कि यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को अलग-थलग कर रहा है और यह निर्णय पूरी तरह से अजीब है. पाकिस्तान ने एक बार फिर से यह आश्वासन दिया कि वह इस समझौते को बचाने के लिए सभी संभावित कदम उठाएगा, क्योंकि यह दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण जल स्रोत का हिस्सा है.

    भारत-पाकिस्तान के रिश्ते

    भारत और पाकिस्तान के रिश्ते इन दिनों निचले स्तर पर हैं. 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के रिश्ते और भी ज्यादा खराब हो गए. भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और मई में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर बमबारी की, जिसमें पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ. इसके बाद चार दिन तक दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष हुआ, जो 10 मई को सीजफायर के समझौते पर समाप्त हुआ.

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