डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी जीत, ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ अमेरिकी संसद से पास

    वाशिंगटन डीसी में राजनीतिक हलचल उस वक्त तेज हो गई जब अमेरिकी संसद ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बहुचर्चित और महत्वाकांक्षी ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल (OBBB)’ को मंजूरी दे दी.

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    डोनाल्ड ट्रंप | Photo: ANI

    वाशिंगटन डीसी में राजनीतिक हलचल उस वक्त तेज हो गई जब अमेरिकी संसद ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बहुचर्चित और महत्वाकांक्षी ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल (OBBB)’ को मंजूरी दे दी. गुरुवार रात हुए वोटिंग में यह बिल बेहद करीबी अंतर से हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में 218-214 के अनुपात में पारित हो गया. अब यह विधेयक राष्ट्रपति ट्रंप के हस्ताक्षर के लिए भेजा गया है, और वह 4 जुलाई की शाम 5 बजे इस पर हस्ताक्षर करने वाले हैं.

    कैसे मिली मंजूरी?

    इस विधेयक को पास कराने में ट्रंप प्रशासन को काफी मेहनत करनी पड़ी. कई रिपब्लिकन सांसदों की असहमति को दूर करने के लिए स्पीकर माइक जॉनसन और खुद ट्रंप को व्यक्तिगत रूप से प्रयास करने पड़े. इसके बावजूद दो रिपब्लिकन सांसदों ने पार्टी लाइन से हटकर डेमोक्रेट्स का साथ दिया. वहीं, डेमोक्रेटिक नेता हकीम जेफ्रीस ने करीब आठ घंटे तक भाषण देकर बिल को पारित होने से रोकने की कोशिश की.

    विधेयक में क्या-क्या प्रावधान हैं?

    यह विधेयक एक तरह से ट्रंप के दूसरे कार्यकाल का रोडमैप माना जा रहा है. इसमें कई ऐसे प्रस्ताव हैं जो सीधे तौर पर उनके पहले कार्यकाल की नीतियों का विस्तार करते हैं. प्रमुख प्रावधानों में शामिल हैं:

    • 4.5 ट्रिलियन डॉलर के टैक्स कट्स को स्थायी बनाना.
    • सेना, बॉर्डर सिक्योरिटी और रक्षा प्रणाली पर बड़ा खर्च, जिसमें गोल्डन डोम रक्षा प्रणाली के लिए $350 बिलियन का निवेश.
    • टिप्स और ओवरटाइम वेतन में कटौती की अनुमति, जिससे कॉर्पोरेट टैक्स कम होंगे.
    • $75,000 से कम कमाने वाले बुजुर्गों को $6,000 की टैक्स छूट.
    • अवैध प्रवासियों की बड़े पैमाने पर वापसी (मास डिपोर्टेशन) के लिए बजट बढ़ाना.
    • स्वास्थ्य, पोषण और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं में कटौती.
    • इलेक्ट्रिक वाहन सब्सिडी समाप्त करना.

    विरोध की आवाज़ें

    हालांकि ट्रंप समर्थक इसे "इतिहास का सबसे बड़ा और सबसे सुंदर बिल" कह रहे हैं, लेकिन विपक्ष और सामाजिक संगठनों ने इसे "अमीरों को तोहफा और गरीबों पर बोझ" करार दिया है.

    डेमोक्रेट्स और यूनियनों का आरोप है कि यह कानून मजदूर वर्ग और मध्यम वर्ग के लिए नुकसानदायक है. यूनाइटेड फूड एंड कमर्शियल वर्कर्स इंटरनेशनल यूनियन के प्रमुख मिल्टन जोन्स ने इसे "निर्दयी और लापरवाह" बताया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस विधेयक से लगभग 1.7 करोड़ अमेरिकियों का हेल्थ इंश्योरेंस छिन सकता है, और कई ग्रामीण अस्पतालों पर बंद होने का खतरा मंडरा रहा है.

    ट्रंप और वेंस की प्रतिक्रिया

    राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, "यह अमेरिका के इतिहास का सबसे अहम बिल है. हमारा देश आज सबसे प्रगतिशील स्थिति में है!" वहीं उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जताई और सभी को बधाई दी. उन्होंने लिखा, "हमने सीमाएं सुरक्षित कीं और जनता को बड़ा टैक्स राहत पैकेज दिया है."

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