अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक गंभीर बयान दिया, जिसमें उन्होंने चीन से अनुरोध किया कि वह फेंटानिल की तस्करी करने वालों को मौत की सजा दे. ट्रंप का कहना है कि यह वह नशीला पदार्थ है जिसने अमेरिका में लाखों मौतों को जन्म दिया है और लाखों परिवारों को तबाह कर दिया है. फेंटानिल, एक सिंथेटिक नशीला पदार्थ, इतना खतरनाक होता है कि इसका ओवरडोज कुछ ही मिनटों में जानलेवा साबित हो सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान उस समय आया है, जब देश ओपिऑइड संकट से जूझ रहा है. इस संकट ने 2015 से अब तक लगभग 4.5 लाख लोगों की जान ले ली है. ट्रंप ने सीधे तौर पर चीन को दोषी ठहराया है, क्योंकि वह फेंटानिल की तस्करी में शामिल है. उनका मानना है कि जब तक चीन इस जहर फैलाने वालों को कड़ी सजा नहीं देगा, तब तक यह संकट समाप्त नहीं होगा.
फेंटानिल और उसकी खतरनाक प्रभाव
फेंटानिल एक सिंथेटिक दर्दनिवारक दवा है, जिसे डॉक्टर गंभीर दर्द के इलाज के लिए देते हैं. हालांकि, जब इसका इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है, तो यह मॉर्फिन या हेरोइन से कई गुना अधिक शक्तिशाली साबित होता है. अवैध तरीके से इसका निर्माण और उपयोग इन दवाओं को बेहद खतरनाक बना देता है. अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ड्रग अब्यूज के अनुसार, फेंटानिल पूरी तरह से लैब में तैयार किया जाता है और अवैध बाजार में यह बड़ी मात्रा में बिकता है.
फेंटानिल का ओवरडोज इतना खतरनाक है कि इसकी थोड़ी सी मात्रा भी जानलेवा साबित हो सकती है. कई बार लोग अनजाने में इसका सेवन कर लेते हैं, खासकर जब यह अन्य अवैध दवाओं या नकली गोलियों में मिलाकर बेचा जाता है.
ट्रंप का कठोर कदम
डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक कानून पर दस्तखत किए, जिससे फेंटानिल से संबंधित सभी ड्रग्स को ‘सबसे खतरनाक नशीले पदार्थों’ की श्रेणी में डाला गया. इस नए कानून के तहत, इन ड्रग्स को ‘शेड्यूल I’ के अंतर्गत रखा गया है, ठीक उसी तरह जैसे हेरोइन और एलएसडी को माना जाता है. इस कानून का उद्देश्य फेंटानिल की तस्करी और अवैध उपयोग पर कड़ी नजर रखना है. यह बिल, "हाल्ट ऑल लीथल ट्रैफिकिंग ऑफ फेंटानिल एक्ट", ट्रंप की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें फेंटानिल की अवैध तस्करी को अमेरिका की सबसे बड़ी समस्याओं में गिना गया है.
चीन की प्रतिक्रिया
चीन ने अमेरिका के आरोपों को खारिज किया है. बीजिंग का कहना है कि उसने हाल ही में उन रसायनों को प्रतिबंधित किया है, जिनसे फेंटानिल बनाया जाता है. चीन का दावा है कि उसने 2025 की पहली छमाही में 1300 से ज्यादा ड्रग-से जुड़ी कार्रवाई की है और 700 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं. इसके अलावा, उसने इस साल 2 टन से अधिक नशीले पदार्थ जब्त किए हैं और 262 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, अमेरिका का कहना है कि ये कदम नाकाफी हैं और चीन को इस मुद्दे पर और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.
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