Kerala Local Body Elections: केरल में दो चरणों में संपन्न हुए स्थानीय निकाय चुनावों की मतगणना बुधवार को पूरे राज्य में जारी है. इस बार के निकाय चुनावों में तिरुवनंतपुरम संसदीय क्षेत्र विशेष ध्यान का केंद्र बन गया है, जो कांग्रेस सांसद शशि थरूर का गढ़ माना जाता है. शुरुआती रुझानों के अनुसार, तिरुवनंतपुरम नगर निगम के कुल 101 वार्डों में भाजपा ने 50 सीटों पर अपनी बढ़त बनाई हुई है.
इसके मुकाबले लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) 20 सीटों पर और कांग्रेस नेतृत्व वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) 29 सीटों पर आगे चल रही है. इस परिणाम ने राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज कर दी है, क्योंकि भाजपा ने सीधे तौर पर कांग्रेस के पारंपरिक गढ़ में अपनी पकड़ मजबूत कर दी है.
Change has begun in Kerala#VikasitaKeralam #PoliticsOfPerfomance pic.twitter.com/hRDNxJj0gw
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@RajeevRC_X) December 13, 2025
पहले चरण में तिरुवनंतपुरम समेत छह जिलों में हुआ मतदान
केरल के 14 जिलों में दो चरणों में मतदान संपन्न हुआ. पहले चरण के चुनाव में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टयम और इडुक्की जिलों में वोटिंग हुई. इस चरण में कुल मतदान प्रतिशत 70.90 रहा. सबसे अधिक वोटिंग एर्नाकुलम जिले में 73.96 फीसदी दर्ज की गई, जबकि सबसे कम मतदान पथानमथिट्टा जिले में 66.35 फीसदी ही रहा. इस चरण के चुनावी परिणाम ने पहले ही राज्य में राजनीतिक दलों के रणनीतिक समीकरणों को प्रभावित करना शुरू कर दिया था.
दूसरे चरण में 1.53 करोड़ से अधिक मतदाता पहुंचे मतदान केंद्र
दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 11 दिसंबर को त्रिशूर, पलक्कड़, कोझिकोड, मलप्पुरम, कन्नूर, वायनाड और कासरगोड जिलों में आयोजित किया गया. इस चरण में 1.53 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने 604 स्थानीय निकायों के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इनमें ग्राम पंचायत, जिला पंचायत, नगरपालिका और नगर निगम शामिल थे.
इस चरण में कुल 38,994 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जो विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों का मिश्रण था. मतदाताओं के लिए इस चरण में कुल 18,274 मतदान केंद्र बनाए गए, जिनमें से 2,055 केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया गया, ताकि मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके.
Thank you Thiruvananthapuram!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2025
The mandate the BJP-NDA got in the Thiruvananthapuram Corporation is a watershed moment in Kerala’s politics.
The people are certain that the development aspirations of the state can only be addressed by our Party.
Our Party will work towards…
तिरुवनंतपुरम में भाजपा की बढ़त से राजनीतिक हलकों में हलचल
तिरुवनंतपुरम के परिणामों से साफ संकेत मिल रहे हैं कि भाजपा ने इस बार स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस के मजबूत क्षेत्र में प्रवेश किया है. नगर निगम के 101 वार्डों में भाजपा की स्थिति मजबूत होने से कांग्रेस और यूडीएफ के लिए चुनौती बढ़ गई है. राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बढ़त राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भी संकेत देती है, क्योंकि स्थानीय निकाय चुनाव अक्सर बड़े पैमाने पर राजनीतिक प्रवृत्तियों का आईना होते हैं.
राज्य भर में मतगणना जारी
केरल में मतगणना प्रक्रिया पूरे राज्य में सुचारू रूप से जारी है. पहले चरण के रुझानों और दूसरे चरण के मतदान के परिणामों के संयोजन से राज्य में राजनीतिक दलों की स्थिति धीरे-धीरे स्पष्ट हो रही है. विशेष रूप से तिरुवनंतपुरम जैसे महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्रों में भाजपा की बढ़त ने राज्य में आगामी राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार देने की संभावना पैदा कर दी है.
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