'हम दे रहे हैं पैसे, वाहवाही ले रहा अमेरिका', ट्रंप के ऐलान से EU तिलमिलाया; यूक्रेन पर 500 किलो का रूसी बम

    हर दिन नए धमाके, नए हमले, और अब एक नई खींचतान—इस बार मैदान में अमेरिका और यूरोप भी एक-दूसरे से नाराज़ दिखाई दे रहे हैं.

    America taking credit EU infuriated by Trump Russian bomb on Ukraine
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    पिछले साढ़े तीन साल से रूस और यूक्रेन के बीच चल रही लड़ाई अब न किसी अंजाम की ओर बढ़ रही है, न ही इसमें ठहराव दिख रहा है. हर दिन नए धमाके, नए हमले, और अब एक नई खींचतान—इस बार मैदान में अमेरिका और यूरोप भी एक-दूसरे से नाराज़ दिखाई दे रहे हैं.

    लड़ाई लंबी खिंचने वाली है, और अब इसके पीछे हथियारों की सियासत है

    यूक्रेन को मिलने वाली बाहरी मदद ने इस जंग को रोकने की बजाय और लंबा खींच दिया है. हथियारों का सिलसिला थमा नहीं है, बल्कि अब उसके पीछे बयानबाज़ी और श्रेय की लड़ाई भी शुरू हो चुकी है. डोनाल्ड ट्रंप, जो कभी इस युद्ध को रोकने की बात कर रहे थे, अब खुद आगे बढ़कर यूक्रेन को Patriot एयर डिफेंस सिस्टम देने की घोषणा कर रहे हैं. लेकिन यहां पेंच ये है कि ट्रंप ने ये ऐलान अकेले कर दिया, और इसने यूरोपियन यूनियन को खासा नाराज़ कर दिया है.

    EU बोला—पैसे हम दे रहे हैं, फैसला आप क्यों ले रहे हैं?

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेस के सामने अचानक ऐलान कर दिया कि अमेरिका NATO के साथ मिलकर यूक्रेन को एडवांस हथियार देगा. EU की विदेश नीति प्रमुख काजा कलास ने इस पर तल्ख टिप्पणी की. उन्होंने साफ कहा, "जब आप किसी को वो देने का वादा करते हैं, जिसका खर्च कोई और उठा रहा है, तो असल में आप कुछ नहीं दे रहे." कलास ने कटाक्ष के लहजे में ये भी जोड़ा, "अगर अमेरिका इस सहयोग का बोझ वाकई साझा करता है, तो हमें खुशी होगी." यानी साफ है कि अमेरिका और यूरोप यूक्रेन के समर्थन में एकसाथ हैं, लेकिन इस साथ में दरारें अब सतह पर दिखने लगी हैं.

    रूस के हमले नहीं रुके, आम नागरिक फिर निशाने पर

    16 जुलाई को रूस ने एक और बड़ा हमला कर दिया. इस बार निशाना था डोनेट्स्क ओब्लास्ट का दोब्रोपिलिया शहर. रूसी सेना ने 500 किलोग्राम का हवाई बम गिराया, जिसमें दो लोगों की जान चली गई और 28 लोग घायल हुए. सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि ये हमला किसी सैन्य ठिकाने पर नहीं, बल्कि एक शॉपिंग सेंटर के पास हुआ.

    विस्फोट इतना जबरदस्त था कि

    • 54 दुकानों को नुकसान हुआ
    • 304 अपार्टमेंट्स चपेट में आ गए
    • और 8 गाड़ियां पूरी तरह तबाह हो गईं

    यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने इसे रूस की मूर्खतापूर्ण और आतंकी हरकत करार दिया और कहा कि ये हमला सीधे तौर पर आम नागरिकों पर किया गया है.

    अब असली सवाल क्या है?

    रूस पीछे हटने को तैयार नहीं, यूक्रेन झुकने को तैयार नहीं. ऐसे में जब अमेरिका और यूरोप के बीच ही समन्वय और संवाद की कमी दिखाई देने लगे, तो युद्ध का अंत और भी मुश्किल होता दिखता है. असल में अब जंग सिर्फ दो देशों के बीच नहीं रही, यह एक बड़ी भूराजनैतिक उलझन बन गई है—जहां हर बाहरी ताकत न सिर्फ अपने हथियार दे रही है, बल्कि उसका क्रेडिट भी चाहती है.

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