ट्रंप की धमकी से डरे कार्नी! अब अमेरिकी कंपनियों पर टैक्स नहीं लगाएगा कनाडा, बिजनेस पर फिर होगी बात

    कनाडा सरकार ने अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों पर प्रस्तावित डिजिटल सर्विस टैक्स (DST) लागू करने का फैसला फिलहाल स्थगित कर दिया है.

    Canada will no longer levy taxes on US companies
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- Internet

    ओटावा/वॉशिंगटन डीसी: कनाडा सरकार ने अमेरिकी टेक्नोलॉजी कंपनियों पर प्रस्तावित डिजिटल सर्विस टैक्स (DST) लागू करने का फैसला फिलहाल स्थगित कर दिया है. यह निर्णय ऐसे समय आया है जब कनाडा और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों को लेकर फिर से संवाद शुरू होने जा रहा है.

    कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने रविवार देर रात जारी बयान में कहा कि वे और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्यापारिक मामलों पर दोबारा वार्ता शुरू करने को तैयार हैं. संभावना है कि 21 जुलाई तक औपचारिक वार्ता शुरू की जा सकती है.

    प्रस्तावित टैक्स को लेकर अमेरिका की आपत्ति

    कनाडा की संसद ने जून 2024 में डिजिटल सर्विस टैक्स कानून पारित किया था, जो 30 जून 2025 से लागू होना था. इस टैक्स के तहत उन ऑनलाइन कंपनियों को, जिनकी वैश्विक वार्षिक आय $800 बिलियन डॉलर से अधिक है, कनाडा में डिजिटल सेवाओं से होने वाली आमदनी पर 3% टैक्स देना पड़ता.

    इस कदम से प्रमुख अमेरिकी कंपनियां—जैसे गूगल, मेटा, ऐप्पल, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट—प्रभावित होतीं. अमेरिका की ओर से आशंका जताई जा रही थी कि इससे अमेरिकी कंपनियों को हर साल करीब दो अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है और हजारों नौकरियों पर असर पड़ेगा.

    टैरिफ तनाव के बीच संतुलन की कोशिश

    27 जून को डोनाल्ड ट्रंप ने एक सार्वजनिक बयान में चेतावनी दी थी कि अगर कनाडा ने DST लागू किया, तो अमेरिका टैरिफ के जरिए प्रतिक्रिया दे सकता है. इसके जवाब में कनाडा सरकार ने यह टैक्स लागू करने से ठीक पहले अपने रुख में बदलाव करते हुए इसे टाल दिया.

    कनाडा के प्रधानमंत्री कार्नी ने कहा, “हम अमेरिका के साथ स्थिर और सकारात्मक व्यापार संबंध बनाए रखना चाहते हैं. इस विषय पर बातचीत के जरिए समाधान निकालना हमारी प्राथमिकता है.”

    आर्थिक साझेदारी का महत्व

    अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक रिश्ते गहरे हैं. वर्ष 2024 में कनाडा ने अमेरिका से लगभग $349 अरब डॉलर का सामान आयात किया और $413 अरब डॉलर का निर्यात किया. दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन और टैरिफ वॉर की स्थिति से दोनों की अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंच सकता है.

    अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा कि उन्हें पहले से उम्मीद थी कि टैक्स लागू नहीं होगा, क्योंकि बातचीत की प्रक्रिया चल रही थी.

    पहले भी रहे हैं व्यापारिक मतभेद

    पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी कनाडा और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर तनाव बना रहा. उस दौरान भी कनाडा के स्टील और एल्युमीनियम निर्यात पर अतिरिक्त शुल्क लगाए गए थे, जिन्हें बाद में समझौतों के माध्यम से आंशिक रूप से सुलझाया गया.

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