पाकिस्तान ने जिसे चुना नोबेल नॉमिनी, उसी ने कर दिया ईरान पर बड़ा हमला; अब माफी मांगने की लगाई जा रही गुहार

    अमेरिका और ईरान के बीच उबाल पर पहुंचे तनाव के बीच पाकिस्तान की राजनीति भी अब भीतर से उबलने लगी है. सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की अमेरिका यात्रा और वहां डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद पाकिस्तान सरकार पर गंभीर आरोप लगने लगे हैं.

    Asim Munir Lunch with trump trapped in pakistan
    Image Source: Social Media

    अमेरिका और ईरान के बीच उबाल पर पहुंचे तनाव के बीच पाकिस्तान की राजनीति भी अब भीतर से उबलने लगी है. सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की अमेरिका यात्रा और वहां डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद पाकिस्तान सरकार पर गंभीर आरोप लगने लगे हैं. इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए पाकिस्तान द्वारा नामांकित किया जाना नई बहस को जन्म दे गया है. हालांकि, ट्रंप के नामांकन के कुछ ही समय बाद अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी ने इस फैसले पर सवाल खड़े कर दिए हैं. अब पाकिस्तान के भीतर से ही सरकार और सेना की नीति पर तीखी आलोचना शुरू हो गई है.

    नोबेल नामांकन पर मचा हंगामा

    पूर्व पाकिस्तानी राजदूत और वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक मलीहा लोधी ने ट्रंप के नोबेल नामांकन को लेकर सख्त ऐतराज जताया है. उन्होंने बयान दिय जिन्होंने ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की सिफारिश की है, उन्हें अब शर्मिंदा होना चाहिए. इसी कड़ी में पत्रकार जाहिद हुसैन ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, हमारे नोबेल नॉमिनी ट्रंप ने ईरान पर बम गिराए हैं और पूरी दुनिया को युद्ध की कगार पर ला खड़ा किया है. उनकी इस पोस्ट को लोधी ने रीट्वीट करते हुए पाकिस्तान सरकार और सैन्य नेतृत्व पर परोक्ष निशाना साधा है.

    क्या पाकिस्तान अमेरिका को देगा सैन्य सहूलियतें?

    अमेरिका के ईरान विरोधी रुख के बीच पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों और समुद्री क्षेत्र के उपयोग को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ने अमेरिका को एयरबेस और समुद्र क्षेत्र के उपयोग की अनुमति देने की संभावना जताई है, जो अमेरिका की ओर से कराए गए विशेष लंच का हिस्सा हो सकता है.

    संसद में गूंजे विरोध के स्वर

    पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सांसद साहिबजादा हामिद रजा ने सरकार और सेना पर तीखा हमला करते हुए कहा पूरी दुनिया कह रही है कि आप ईरान के खिलाफ अमेरिका को एयरबेस देने वाले हैं. लेकिन पाकिस्तान की जमीन किसी की जागीर नहीं है. अगर ऐसा हुआ तो आम पाकिस्तानी इसका जवाब देगा. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग सत्ता में हैं उनके लिए दुबई और लंदन में ठिकाने हैं, लेकिन आम पाकिस्तानी के पास अपनी जमीन ही सहारा है. उन्होंने पाकिस्तान के ईरान के साथ खड़े होने की बात कही.

    इमरान खान का समर्थन और इजरायल विरोध

    इमरान खान के करीबी माने जाने वाले सांसद हामिद रजा ने कहा कि, इमरान खान का स्टैंड बिल्कुल साफ है. हम इजरायल को मान्यता नहीं देते और ईरान के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं. अगर इजरायल ने ईरान को नुकसान पहुंचाया तो पाकिस्तान उसे मिटा देगा. उन्होंने यहां तक कहा कि अगर किसी को इमरान खान की राय जाननी है तो जेल में जाकर उनसे वीडियो बयान रिकॉर्ड करें "आज भी वो अपने स्टैंड पर कायम हैं.”

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