वॉशिंगटन (अमेरिका): पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने अमेरिका की धरती से एक बेहद विवादास्पद और चिंताजनक बयान देकर क्षेत्रीय शांति को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. वाशिंगटन में आयोजित एक बंद कमरे के निजी कार्यक्रम के दौरान दिप्रिंट की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उन्होंने इशारा किया कि यदि भारत के साथ भविष्य में युद्ध होता है और पाकिस्तान के अस्तित्व पर खतरा मंडराता है, तो वे पूरी दुनिया को परमाणु युद्ध की चपेट में लेने से भी नहीं हिचकिचाएंगे.
यह बयान किसी सरकारी मंच या प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं, बल्कि फ्लोरिडा के टाम्पा स्थित ग्रैंड हयात होटल में एक निजी डिनर के दौरान दिया गया, जहां करीब 120 पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिकों की मौजूदगी थी. कार्यक्रम का आयोजन पाकिस्तानी-अमेरिकी व्यवसायी अदनान असद द्वारा किया गया था.
हम डूबेंगे तो साथ दुनिया को भी ले डूबेंगे- मुनीर
मीडिया रिपोर्ट्स, खासकर ThePrint के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार, असीम मुनीर ने कहा, "हम एक परमाणु संपन्न राष्ट्र हैं. अगर हमें कभी यह महसूस हुआ कि हमारा अस्तित्व खतरे में है, तो हम आधी दुनिया को साथ लेकर जाएंगे. हम सिर्फ अपनी रक्षा के लिए नहीं, बल्कि अपने सम्मान और अधिकारों के लिए भी हर संभव विकल्प का इस्तेमाल करेंगे."
यह कथन न केवल आक्रामक है, बल्कि इससे भारत-पाकिस्तान संबंधों में संभावित कूटनीतिक और सामरिक संकट की आहट भी मिलती है.
भारत को दी मिसाइल हमले की चेतावनी
फील्ड मार्शल मुनीर का बयान यहीं नहीं रुका. उन्होंने भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित किए जाने की संभावनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "अगर भारत बांध बनाएगा और पानी रोकने की कोशिश करेगा, तो हम इंतजार नहीं करेंगे. हम उस पर 10 मिसाइलें दाग देंगे और उसे मिटा देंगे. सिंधु नदी किसी के पिता की संपत्ति नहीं है. अलहम्दुलिल्लाह, हमारे पास मिसाइलों की कोई कमी नहीं है."
यह टिप्पणी सीधे तौर पर भारत के जल संसाधन प्रबंधन और सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान की असहजता और असुरक्षा को दर्शाती है.
गौरतलब है कि सिंधु जल संधि एक द्विपक्षीय समझौता है जो 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था, और अब तक दोनों देश इसे मानते आए हैं. लेकिन हाल के वर्षों में पाकिस्तान की तरफ से यह शिकायतें बढ़ती जा रही हैं कि भारत ऊपरी क्षेत्रों में बांध बनाकर जल प्रवाह को नियंत्रित कर रहा है.
बयान का वीडियो नहीं, लेकिन मौजूद लोगों ने पुष्टि की
इस पूरे कार्यक्रम में मोबाइल फोन ले जाने की इजाज़त नहीं थी. दिप्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, किसी को भी बयान का वीडियो बनाने की अनुमति नहीं दी गई. लेकिन कार्यक्रम में मौजूद कई लोगों ने बाद में बताया कि फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने वास्तव में परमाणु युद्ध की धमकी दी थी और स्पष्ट रूप से भारत के खिलाफ बेहद तीखी भाषा का इस्तेमाल किया.
भारत एक मर्सिडीज, हम डंप ट्रक- अजीबोगरीब तुलना
बातचीत के दौरान असीम मुनीर ने भारत और पाकिस्तान की सैन्य व आर्थिक स्थिति की तुलना करते हुए एक चौंकाने वाला उदाहरण भी पेश किया. उन्होंने कहा, "भारत एक चमचमाती मर्सिडीज है, जो हाईवे पर तेजी से दौड़ रही है. लेकिन हम एक बजरी से लदा डंप ट्रक हैं. अगर यह ट्रक उस कार से टकरा जाए, तो सोचिए नुकसान किसका होगा?"
इस कथन से पाकिस्तान की ‘ऑफेंसिव डिफेंस स्ट्रैटेजी’ की झलक मिलती है, जिसमें कमजोर आर्थिक और सैन्य हालात के बावजूद वह एक ‘सब कुछ या कुछ भी नहीं’ की नीति पर भरोसा जताता है.
भारत-अमेरिका रिश्तों पर तंज, ट्रंप को नोबेल का नामांकन
असीम मुनीर ने भारत और अमेरिका के बढ़ते संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकिस्तान को अब प्रतिद्वंद्वी शक्तियों के बीच संतुलन बनाने की कला पर "मास्टरक्लास" देनी चाहिए. इसी दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर एक और सनसनीखेज टिप्पणी की, "हमने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है, क्योंकि हम कंजूस नहीं हैं. हम अच्छाई को पहचानते हैं और उसकी सराहना करते हैं."
उनका यह बयान इस ओर संकेत करता है कि पाकिस्तान की सैन्य लॉबी अमेरिका में ट्रंप के साथ करीबी रिश्ते बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि मौजूदा अमेरिकी नेतृत्व के साथ पाकिस्तान के संबंध ठंडे पड़ते नजर आ रहे हैं.
बार-बार अमेरिका दौरे पर क्यों जा रहे असीम मुनीर?
यह असीम मुनीर का पिछले दो महीनों में दूसरा अमेरिका दौरा था. इससे पहले उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दो घंटे लंबी निजी डिनर मीटिंग की थी. इस मुलाकात ने पाकिस्तान के भीतर लोकतंत्र समर्थकों को चिंतित कर दिया था, क्योंकि अब तक ट्रंप या मौजूदा अमेरिकी प्रशासन ने पाकिस्तान की निर्वाचित सरकार से कोई औपचारिक संपर्क नहीं साधा है.
कूटनीतिक हलकों में चिंता, वैश्विक प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा
फील्ड मार्शल असीम मुनीर की इस बयानबाज़ी को लेकर भारत की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह तय है कि भारत इस तरह की धमकियों को गंभीरता से ले रहा है.
भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वह अब पाकिस्तान के न्यूक्लियर ब्लैकमेल को नजरअंदाज नहीं करेगा और यदि आतंकी हमले होते हैं, तो त्वरित जवाबी कार्रवाई की जाएगी.
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