अमेरिका के वो 'सीक्रेट हथियार' जिसके बारे में दुनिया को कुछ पता नहीं था, फिर ईरान पर बरसे और मच गया कोहराम!

    हमले में सबसे अहम भूमिका निभाई B-2 बमवर्षक विमानों ने, जो GBU-57 Massive Ordnance Penetrator (MOP) ले जा रहे थे.

    America secret weapon about which world had no idea Iran
    प्रतीकात्मक तस्वीर | Photo: Freepik

    अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज और एस्फहान—पर किए गए हमले में महज़ टॉमहॉक क्रूज मिसाइल या GBU-57 बंकर-बस्टर बमों का इस्तेमाल नहीं हुआ, बल्कि इससे कहीं आगे जाकर अमेरिका ने पांच गुप्त और पहले कभी सामने न आए हथियारों को भी तैनात किया. ये हथियार इतने गोपनीय थे कि इनकी जानकारी अब तक सार्वजनिक डोमेन में नहीं थी.

    हमले में सबसे अहम भूमिका निभाई B-2 बमवर्षक विमानों ने, जो GBU-57 Massive Ordnance Penetrator (MOP) ले जा रहे थे. ये विमान व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से रवाना हुए और मिशन ज़ोन में पहुंचने के बाद एस्कॉर्ट और सपोर्ट एयरक्राफ्ट से समन्वय के साथ जुड़ गए. यह पूरा अभियान बेहद कम संचार और उच्च स्तर के कोऑर्डिनेशन के साथ अंजाम दिया गया.

    1. AGM-88E एडवांस्ड एंटी-रेडिएशन गाइडेड मिसाइल

    ईरान के एयर डिफेंस सिस्टम को कमजोर करने के लिए इस मिसाइल का उपयोग किया गया. हवा से जमीन पर मार करने वाली यह मिसाइल रडार तरंगों को पकड़ कर दुश्मन के रडार सिस्टम को निशाना बनाती है. यह मैक 2 से भी तेज गति से उड़ान भर सकती है और F/A-18 सुपर हॉर्नेट, F-16, F-35A और EA-18 ग्रोलर जैसे विमानों से लॉन्च की जा सकती है.

    2. ADM-160 मिनीचर एयर लॉन्च डिकोय (MALD)

    यह एक स्मार्ट और कम लागत वाला ड्रोन है, जिसे अमेरिकी लड़ाकू विमानों के रडार सिग्नेचर की नकल करने के लिए तैयार किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य दुश्मन को भ्रमित करना होता है ताकि वह नकली लक्ष्यों को असली समझ कर मिसाइल दागे.

    3. AGM-158 JASSM (जॉइंट एयर-टू-सर्फेस स्टैंडऑफ मिसाइल)

    लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाई गई यह स्टील्थ क्रूज मिसाइल मिशन के दौरान बैकअप हथियार के रूप में तैयार रखी गई थी. इसमें 1,000 पाउंड का विस्फोटक वारहेड होता है और इसकी मारक दूरी 926 किमी से अधिक है. F-35 जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों को इससे लैस किया गया था.

    4. JSOW (जॉइंट स्टैंडऑफ वेपन)

    यह एक ग्लाइड बम है जो मध्यम दूरी से दुश्मन के लक्ष्यों को निशाना बना सकता है. इसे अमेरिकी नौसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से विकसित किया है. यह स्टैंडबाय पर रखा गया था और इसे ईरानी एयरबेस पर हमला करने के लिए तैनात किया गया था, लेकिन हमले की आवश्यकता नहीं पड़ी.

    5. EA-18 ग्रोलर: इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर का मास्टर

    F/A-18 सुपर हॉर्नेट का यह वेरिएंट विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक जामिंग के लिए डिजाइन किया गया है. इसने मिशन के दौरान लगातार दुश्मन के रडार और संचार प्रणालियों को जाम किया, जिससे B-2 बमवर्षकों के लिए रास्ता साफ हुआ. इसमें एआईएम-120 और एजीएम-88 जैसी आधुनिक मिसाइलें भी लगी होती हैं.

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