कीव: रूस और यूक्रेन के बीच युद्धविराम को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच एक बार फिर हिंसा तेज हो गई है. रविवार रात रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर बड़ा ड्रोन हमला किया, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. इस हमले में कीव समेत अन्य प्रमुख शहरों की आवासीय इमारतें प्रभावित हुईं.
ड्रोन अटैक से यूक्रेन में मची तबाही
यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने एक ही रात में 147 ड्रोन लॉन्च किए. इनमें से 97 ड्रोन को यूक्रेनी वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया, जबकि 25 अन्य लक्ष्य तक पहुंचने में असफल रहे. बावजूद इसके, कई इलाकों में बमबारी के चलते जान-माल का भारी नुकसान हुआ.
सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में खार्किव, सुमी, चेर्निहिव, ओडेसा, डोनेट्स्क और राजधानी कीव शामिल हैं. कीव शहर के द्निप्रोव्स्की जिले में दो आवासीय इमारतें हमले की चपेट में आ गईं, जिससे पांच वर्षीय बच्चे सहित तीन लोगों की जान चली गई और 10 अन्य घायल हो गए.
हमले के बाद भीषण आग और तबाही
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि ड्रोन हमले के मलबे से कई ऊंची इमारतों में आग लग गई. द्निप्रोव्स्की जिले में एक 20-मंजिला अपार्टमेंट की ऊपरी मंजिलों पर विस्फोट से आग भड़क उठी, जबकि पोडिल्स्की जिले में दो ऊंची इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं.
इसके अलावा, शेवचेन्कीव्स्की और होलोसिव्स्की जिलों में भी ड्रोन मलबे के कारण आगजनी की घटनाएं सामने आईं. कीव इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, रातभर राजधानी में कई विस्फोटों की आवाजें गूंजती रहीं, जिससे शहर में दहशत का माहौल बन गया.
युद्धविराम के बीच रूस की आक्रामकता
यह हमला ऐसे समय में हुआ जब हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच ऊर्जा संरचना पर हमलों को रोकने के लिए 30 दिनों के युद्धविराम पर चर्चा हुई थी. 18 मार्च को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वार्ता के बाद युद्धविराम को लेकर कुछ सहमति बनी थी. लेकिन यह ड्रोन हमला इस समझौते की गंभीरता पर सवाल खड़े करता है.
यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूस की यह कार्रवाई उसकी "शांति की इच्छा" को लेकर भ्रम पैदा कर रही है. कीव प्रशासन के मुताबिक, रूसी सेना अब भी हमलों को तेज कर रही है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि युद्धविराम के वादों के बावजूद यूक्रेन की नागरिक आबादी को लगातार खतरा बना हुआ है.
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और आगे की स्थिति
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया आनी बाकी है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस की इस कार्रवाई की निंदा करते हुए अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से और अधिक समर्थन की मांग की है.
विश्लेषकों का मानना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में अब तक शांति वार्ता सफल नहीं हो पाई है और इस तरह के हमले आगे भी जारी रह सकते हैं. युद्धविराम की संभावनाओं के बावजूद दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है.
अब सवाल यह उठता है कि क्या रूस-यूक्रेन के बीच कोई दीर्घकालिक शांति समझौता संभव है या यह संघर्ष और गहराएगा? यह भविष्य के घटनाक्रम पर निर्भर करेगा कि कूटनीति इस हिंसा को रोकने में कितनी सफल हो सकती है.
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