मॉस्को: रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष ने एक नया मोड़ ले लिया है. यूक्रेनी ड्रोन हमले में रूस के एंगेल्स रणनीतिक एयरबेस को भारी क्षति पहुंची है. यह हमला इतना जबरदस्त था कि एयरबेस पर तेज धमाका हुआ और आग भड़क उठी, जिससे आसपास के क्षेत्रों में भी अफरातफरी मच गई.
रूसी मीडिया और टेलीग्राम चैनलों पर जारी वीडियो में एयरबेस से उठता धुएं का गुबार और तबाही के निशान देखे गए. रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसने 132 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया, लेकिन एयरबेस पर हुए हमले को लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया.
रूस का प्रमुख एयरबेस हुआ ठप
एंगेल्स एयरबेस सोवियत संघ के समय स्थापित किया गया था और यह रूस के परमाणु-सक्षम Tu-160 रणनीतिक बमवर्षकों का प्रमुख ठिकाना है. इन विमानों को "व्हाइट स्वान" भी कहा जाता है और ये रूस के सबसे उन्नत बमवर्षक माने जाते हैं.
यूक्रेनी हमले के बाद एयरबेस डिसफंक्शनल हो गया, जिससे Tu-160 की उड़ानें अस्थायी रूप से रुक गई हैं. यह रूस के लिए एक बड़ी रणनीतिक बाधा साबित हो सकती है.
हमले के कारण लगी भीषण आग
सारातोव प्रांत के गवर्नर रोमन बुसार्गिन ने पुष्टि की कि यूक्रेनी ड्रोन हमले के कारण एक एयरफील्ड में आग लग गई, जिसके बाद स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. हालांकि, उन्होंने एयरबेस का नाम नहीं लिया, लेकिन क्षेत्र में एंगेल्स एयरबेस ही सबसे महत्वपूर्ण हवाई ठिकाना है.
इसके अलावा, एंगेल्स जिले के प्रमुख मैक्सिम लियोनोव ने बताया कि इलाके में आपातकाल घोषित कर दिया गया है, लेकिन विस्तृत जानकारी साझा नहीं की.
एंगेल्स एयरबेस लगातार यूक्रेन के निशाने पर
यूक्रेन पहले भी एंगेल्स एयरबेस को कई बार निशाना बना चुका है.
दिसंबर 2022: पहली बार इस एयरबेस पर यूक्रेनी ड्रोन हमला हुआ था.
जनवरी 2023: यूक्रेन ने एयरबेस के ईंधन डिपो पर हमला किया, जिससे भीषण आग लग गई थी जिसे बुझाने में पांच दिन लग गए.
अब 2025: ताजा हमले में Tu-160 बमवर्षकों और सैन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर को गंभीर क्षति पहुंची है.
क्या रूस की जवाबी कार्रवाई होगी?
रूस के लिए यह हमला सैन्य क्षमताओं पर बड़ा असर डाल सकता है. Tu-160 बमवर्षकों का ठप होना रूस की सामरिक ताकत को कमजोर कर सकता है. अब यह देखना होगा कि रूस इस हमले का जवाब कैसे देता है—क्या वह यूक्रेन पर बड़ा पलटवार करेगा या अपनी सुरक्षा रणनीति में बदलाव लाएगा?
ये भी पढ़ें- 'साउथ चाइना-सी में चीन को कंट्रोल करना जरूरी', फिलीपींस ने भारत को दिया स्क्वाड जॉइन करने का न्योता