पुणे (महाराष्ट्र) : एनसीपी-एससीपी नेता और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मणिपुर में स्थिति को सामान्य करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में राज्यसभा में उनके भाषण को लेकर निशाना साधा और कहा कि जब तक हिंसा प्रभावित राज्य में 100 प्रतिशत शांति नहीं हो जाती, हम प्रयासों से संतुष्ट नहीं हैं.
एनसीपी-एससीपी नेता ने कहा, "जब तक 100 प्रतिशत शांति नहीं आ जाती, हम संतुष्ट नहीं हैं. महिलाएं रो रही हैं, बच्चे तबाह हो गए हैं, परिवार परेशान हैं. आप मन की शांति कैसे पा सकते हैं? क्या मणिपुर भारत का हिस्सा नहीं है? मणिपुर की अनदेखी क्यों की जा रही है?"
प्रधानमंत्री को जाना चाहिए, अनदेखी क्यों : सुप्रिया सुले
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी को मणिपुर जाना चाहिए या नहीं, सुले ने कहा, "अगर प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर जाते हैं तो हमें खुशी होगी. हम यह संकेत दे रहे हैं कि हम मणिपुर के प्रति गंभीर और प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि यह भारत का हिस्सा है. आप किसी राज्य की अनदेखी कैसे कर सकते हैं?" प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पुष्टि की कि केंद्र सरकार पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए प्रयास कर रही है, जहां पिछले साल से जातीय हिंसा हो रही है. प्रधानमंत्री राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 'धन्यवाद प्रस्ताव' पर बहस का जवाब दे रहे थे.
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पीएम ने कहा- मणिपुर में स्थिति सामान्य बनाने की कोशिश
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "सरकार मणिपुर में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. 11,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार कम हो रही हैं."
उन्होंने कहा, "आज राज्य में स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और अन्य संस्थान खुले हैं. केंद्र और राज्य सरकार शांति बहाल करने के लिए सभी हितधारकों से बात कर रही है."
हेमंत सोरेन और केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर हमला बोला
एनसीपी-एससीपी नेता ने झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि यह दुखद है कि "चुनाव और वोट के स्वार्थी कारणों से देश के लोगों के साथ अन्याय किया गया है." "मुझे वाकई खुशी है कि हेमंत सोरेन जेल से बाहर आ गए हैं. अब हम उनके शपथ ग्रहण का इंतजार कर रहे हैं और अरविंद केजरीवाल के बाहर आने का भी इंतजार कर रहे हैं. इस देश में दो सीएम बिना किसी सबूत के सत्ता के दुरुपयोग के लिए जेल में बंद हैं. यह वाकई दुखद है कि चुनाव और वोट के स्वार्थी कारणों की वजह से उन्होंने देश के लोगों के साथ अन्याय किया है, खासकर ऐसे संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के साथ."
सीएम चंपई सोरेन ने पद दिया इस्तीफा, हेमंत सोरेन दोबारा ले सकते हैं शपथ
इस बीच, झारखंड के सीएम चंपई सोरेन ने शपथ लेने के पांच महीने बाद ही पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे हेमंत सोरेन के फिर से पद संभालने की संभावना बन गई और उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन ने हेमंत सोरेन को नेता चुना है.
इससे पहले 2 फरवरी को चंपई सोरेन ने राजभवन में झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. हेमंत सोरेन को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद करीब 5 महीने बाद 28 जून को बिरसा मुंडा जेल से रिहा किया गया था. 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
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