मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच, अमेरिका ने एक बड़ा सैन्य कदम उठाते हुए ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर हवाई हमले किए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर इस कार्रवाई की जानकारी दी.
ट्रंप के अनुसार, अमेरिकी वायुसेना ने ईरान के फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान में स्थित परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया. इस कार्रवाई में सबसे बड़ा हमला फोर्डो साइट पर किया गया, जिसे "प्राथमिक लक्ष्य" बताया गया है. ट्रंप ने दावा किया कि "फोर्डो पर पूरा बमों का भार गिराया गया" और सभी विमान सुरक्षित रूप से ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं.
ट्रंप ने क्या लिखा?
उन्होंने पोस्ट में लिखा: "हमने फोर्डो, नतांज़ और इस्फहान सहित ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर अपना अत्यंत सफल हमला पूरा कर लिया है. सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं और सुरक्षित लौट रहे हैं. फोर्डो पर पूरी तरह से बमबारी की गई, जो मुख्य लक्ष्य था. हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई. दुनिया में कोई और सेना ऐसा नहीं कर सकती थी. अब शांति का समय है!"

B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स का इस्तेमाल
बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई से पहले ट्रंप ने ईरान को दो सप्ताह का समय दिया था, ताकि वह कूटनीतिक समाधान पर पहुंच सके. लेकिन जब वार्ता सफल नहीं हुई, तो शनिवार को प्रशांत महासागर की ओर उड़ते B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स को देखा गया, जो 30,000 पाउंड वज़न वाले ‘बंकर-बस्टर’ बम ले जाने में सक्षम हैं. इससे पहले से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि अमेरिका फोर्डो की भूमिगत परमाणु सुविधा को निशाना बना सकता है. इस सैन्य कार्रवाई ने क्षेत्रीय तनाव को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है और अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस पर टिकी हैं कि आगे क्या कदम उठाए जाएंगे.
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