अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जारी युद्ध को लेकर एक सख्त चेतावनी दी है. ट्रंप ने कहा कि यदि ये देश जल्द ही युद्ध बंद नहीं करते, तो अमेरिका उनके साथ कोई व्यापारिक समझौता नहीं करेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह युद्ध का तुरंत अंत चाहते हैं, और अगर इन देशों के बीच संघर्ष जारी रहता है, तो अमेरिका उनके साथ व्यापारिक संबंधों को जारी नहीं रखेगा. ट्रंप के इस बयान ने व्यापारिक दुनिया में हलचल मचा दी है, क्योंकि थाईलैंड और कंबोडिया से अमेरिका के व्यापारिक संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं.
थाईलैंड से अमेरिका का आयात
थाईलैंड और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्ते काफी मजबूत हैं. 2025 के पहले पांच महीनों में अमेरिका ने थाईलैंड से 31,213 मिलियन डॉलर का सामान आयात किया. इसके मुकाबले, अमेरिका का थाईलैंड को निर्यात केवल 8,492 मिलियन डॉलर था. साल 2024 में यह आंकड़ा और भी बढ़ा था, जब अमेरिका ने थाईलैंड से 63,349 मिलियन डॉलर का सामान आयात किया था, जबकि थाईलैंड को 17,857 मिलियन डॉलर का निर्यात किया.
अमेरिका थाईलैंड से कई तरह के उत्पाद मंगाता है, जिनमें औद्योगिक मशीनरी, रबर, रसायन, कच्चा तेल, कपड़े, इस्पात, और इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं. थाईलैंड अमेरिका को इन सभी उत्पादों की आपूर्ति करता है, जो अमेरिकी उद्योगों और बाजारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते हैं.
कंबोडिया से अमेरिका के संबंध
कंबोडिया से अमेरिका के व्यापारिक रिश्ते भी काफी मजबूत हैं. 2024 में, अमेरिका और कंबोडिया के बीच व्यापार का कुल आंकड़ा 10.18 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो पिछले साल के मुकाबले 11.2 फीसदी अधिक था. कंबोडिया अमेरिका का सबसे बड़ा निर्यात बाजार है और 2024 में कंबोडिया के कुल निर्यात का लगभग 37.9 फीसदी अमेरिका को भेजा गया. कंबोडिया से अमेरिका मुख्य रूप से कपड़े, जूते, मछली, और प्राकृतिक रबर मंगाता है.
वहीं, अमेरिका से कंबोडिया को निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में वाहनों, पशुओं के चारे, और डिजिटल सेवाओं का प्रमुख योगदान है. कंबोडिया से अमेरिका के कपड़ों के निर्यात में भी पिछले साल 24 फीसदी की वृद्धि हुई थी.
ट्रंप के टैरिफ फैसले
हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंबोडिया से आयात किए जाने वाले सामानों पर 49 फीसदी टैरिफ लगाने का भी ऐलान किया था. यह फैसला 2 अप्रैल 2025 को लिया गया था और इसे 9 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा. ट्रंप प्रशासन का दावा था कि कंबोडिया अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामानों पर 97 फीसदी टैरिफ लगाता है, जबकि अमेरिका ने कंबोडिया पर 49 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला लिया था. यह कदम ट्रंप की "अमेरिका फर्स्ट" नीति का हिस्सा था, जिसके तहत उन्होंने दुनिया भर के देशों से व्यापारिक समझौतों को फिर से परिभाषित करने की कोशिश की थी.
क्या होगा असर?
अगर ट्रंप की चेतावनी के बाद कंबोडिया और थाईलैंड युद्ध बंद नहीं करते, तो इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर सीधा असर पड़ेगा. अमेरिका का इन दोनों देशों से व्यापार काफी महत्वपूर्ण है और इन देशों के लिए अमेरिका एक प्रमुख निर्यात बाजार है. अगर दोनों देशों पर व्यापारिक प्रतिबंध लगते हैं, तो इसका सीधा असर उनके निर्यात और समग्र अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा.
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