कोचिंग टीचर ही बना परीक्षा माफिया, 5 लाख में बेचता था सरकारी नौकरी का पेपर, STF ने किया गिरफ्तार

    UP News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है. 2022 में आरओ/एआरओ की प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य और एक लाख रुपये के इनामी अपराधी आयुष पांडेय को कौशांबी जिले से गिरफ्तार किया गया है.

    UP STF arrested coaching teacher who leaked paper
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    UP News: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है. 2022 में आरओ/एआरओ की प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य और एक लाख रुपये के इनामी अपराधी आयुष पांडेय को कौशांबी जिले से गिरफ्तार किया गया है. मऊ के बभनपुरा गांव के रहने वाले आयुष पर परीक्षा घोटाले का आरोप है. वह प्रयागराज में कोचिंग चलाता था और प्रतियोगी छात्रों को पेपर बेचने का कारोबार करता था.

    एसटीएफ की टीम को सूचना मिली कि आयुष पांडेय थाना मंझनपुर, कौशांबी में गैंगस्टर एक्ट के तहत वांछित है. सोमवार दोपहर लगभग 1:15 बजे उसे करवरिया शुगर मिल के पास दबोच लिया गया. उसके पास से 2,150 रुपये नकद भी बरामद हुए. पूछताछ में आयुष ने अपना गुनाह स्वीकार करते हुए बताया कि वह परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध कराने में शामिल था.

    पेपर लीक का पूरा मामला

    आयुष ने खुलासा किया कि प्रयागराज में कोचिंग संचालक नवीन सिंह से उसकी दोस्ती हुई थी, जो आरओ/एआरओ की परीक्षा की तैयारी कराते थे. नवीन ने 2022 की परीक्षा का प्रश्नपत्र एक व्यक्ति अरुण सिंह से पहले ही ले लिया था और उसे आयुष को दिया. आयुष इस पेपर को प्रत्येक उम्मीदवार से 5 लाख रुपये लेकर बेचता था. उसने कई अभ्यर्थियों को यह पेपर दिया था. इस फर्जीवाड़े के चलते मंझनपुर थाने में उस पर केस दर्ज है और उसके खिलाफ 1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था.

    गंभीर अपराधों की फेहरिस्त

    आयुष पांडेय पर पहले से ही कई मुकदमे दर्ज हैं. इनमें धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, आईटी एक्ट के तहत मामले शामिल हैं. उस पर थाना मंझनपुर में धारा 420, 467, 468, 471, 34 IPC एवं IT एक्ट के तहत मामला दर्ज है. गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज है. आयुष पर प्रयागराज सिविल लाइंस में 120B, 419, 420, 467, 468, 471, IT एक्ट और सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत एफआईआर भी दर्ज है.

    सरकार और STF की परीक्षा घोटाले पर सख्ती

    उत्तर प्रदेश में बीते कुछ वर्षों में पेपर लीक और परीक्षा घोटाले तेजी से बढ़े हैं. खासकर 2021 से 2023 के बीच UPTET, PET समेत कई परीक्षाओं के पेपर लीक होने की घटनाएं सामने आईं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसटीएफ को इन मामलों की जांच और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष रूप से तैनात किया गया है. इस प्रयास में दर्जनों इनामी अपराधी पहले ही पकड़े जा चुके हैं. आयुष पांडेय की गिरफ्तारी इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण कदम है.

    एसटीएफ टीम का योगदान

    इस गिरफ्तारी में एसटीएफ की टीम का नेतृत्व उपनिरीक्षक जावेद आलम सिद्दीकी ने किया. टीम में उपनिरीक्षक चंद्र प्रकाश मिश्रा, मुंशी मुनेन्द्र सिंह, कर्मचारी मृत्युंजय कुमार सिंह और चालक चंद्रभान शामिल थे. उनकी सतर्कता और समर्पण की बदौलत यह बड़ी सफलता हासिल हुई.

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