गाज़ा में एक असहनीय मानवीय संकट गहराता जा रहा है, और अब इसे दुनिया की नजरों में लाने वाले व्यक्ति बने हैं यूनाइटेड नेशंस राहत एजेंसी (UNRWA) के प्रमुख, फिलिप लजारिनी. उनका कहना है कि गाज़ा अब बच्चों और भूख से मरते लोगों का "कब्रिस्तान" बन गया है, और उनका यह बयान पूरी दुनिया का दिल झकझोरने वाला है. फिलिप लजारिनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "निर्बलता और चुप्पी भी एक प्रकार की साझेदारी है. जो हो रहा है, वह मानवता के मूल्यों को दफनाने जैसा है. अगर हम अभी भी खामोश रहे, तो अराजकता और बढ़ेगी." गाज़ा में स्थितियां अब इस कदर बिगड़ चुकी हैं कि वहां के लोग दो खौफनाक विकल्पों के बीच फंसे हैं: भूख से मरना या फिर गोली खाकर अपनी जान गंवाना.
गाज़ा में महिलाओं और बच्चों का भयंकर नरसंहार
गुरुवार को गाज़ा के दैर अल-बलाह शहर में एक सहायता केंद्र पर महिला और बच्चों का एक समूह पोषण सामग्री लेने पहुंचा था, लेकिन वहां पर 15 लोगों की गोली लगने से मौत हो गई. मरने वालों में 9 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल थीं. इसके अलावा, रफाह में एक अन्य सहायता केंद्र के पास 11 और लोगों को निशाना बनाया गया, जिससे कुल 45 लोगों की जान चली गई. गाज़ा की स्थानीय सरकार के अनुसार, 27 मई के बाद से अमेरिका और इज़राइल समर्थित GHF के खाद्य वितरण केंद्रों के पास अब तक कम से कम 773 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं और 5101 घायल हुए हैं.
खाद्य आपूर्ति में बाधाएं
विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) के डिप्टी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कार्ल स्काउ, जो हाल ही में गाज़ा का दौरा करके लौटे हैं, ने बताया कि उनके पास गाज़ा की पूरी आबादी के लिए दो महीने का खाना मौजूद है, लेकिन ट्रकों को गाज़ा के अंदर भेजने की अनुमति नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा, "ऐसा भीषण हाल मैंने पहले कभी नहीं देखा."
इज़राइली सेना का बड़ा ऑपरेशन
वहीं दूसरी ओर, 7 जून को इज़राइली सेना और शिन बेट ने मिलकर इस्लामिक जिहाद संगठन के एक बड़े आतंकी कमांडर फजल अबू अल-अता को मार गिराया. वह 7 अक्टूबर के हमले में भी शामिल था. इस ऑपरेशन में आतंकी इंजीनियर हमाद अय्याद को भी मार दिया गया.
गाज़ा में आतंकवादियों का सफाया
इज़राइली सेना (IDF) और शिन बेट की संयुक्त कार्रवाई में, इस्लामिक जिहाद के शीर्ष आतंकी फजल अबू अल-अता को 7 जून को मार गिराया गया. वह शुजैय्या सेक्टर का डिप्टी कमांडर और 'ऑपरेशन आयरन स्वोर्ड्स' के दौरान शानइया सेक्टर का प्रभारी था. वह आतंकियों के बीच समन्वय और IDF पर हमलों की साजिशों में शामिल था, और 7 अक्टूबर के हमले में उसकी भूमिका भी थी.
इसके अलावा, IDF ने आतंकवादी हमद कामेल अब्द अल-अजीज अयाद को भी मारा. वह इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन की तुर्कमान बटालियन का सदस्य था, और IDF बलों के खिलाफ हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए जिम्मेदार था.
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