हालिया दिनों में एविएशन सेक्टर से कई दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें कई लोगों की जान चली गई. लेकिन अब जो घटना सामने आई है, वह और भी डरावनी है—दो विमान बीच हवा में एक-दूसरे के सामने आ गए और एक बड़ी दुर्घटना से बाल-बाल बच गए.
रूस के ऊपर हवाई मुठभेड़
यह घटना तब घटी जब एयर चाइना की फ्लाइट CA967 चीन से मिलान (इटली) के लिए जा रही थी. यह विमान रूस के तुवा इलाके के ऊपर उड़ रहा था. उसी समय, एक और विमान—एसएफ एयरलाइंस का एक कार्गो प्लेन—भी उसी रास्ते पर चीन की ओर आ रहा था. दोनों विमानों की दिशा अलग थी, लेकिन अचानक सब बदल गया.
एयर चाइना का विमान बिना किसी इजाजत के अपनी ऊंचाई बढ़ाने लगा. विमान 34,100 फीट से सीधे 36,000 फीट पर पहुंच गया, जबकि कार्गो विमान 35,000 फीट पर उड़ रहा था. इसका मतलब था कि दोनों विमान अब सिर्फ 300 फीट की दूरी पर आमने-सामने थे, जो कि खतरनाक रूप से नजदीक था.
कंट्रोल टावर में मच गई खलबली
जैसे ही यह स्थिति हुई, रूस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) में हड़कंप मच गया. कंट्रोलर ने तुरंत पूछा, "क्या आपने ऊपर जाने की इजाजत ली है या यह बिना पूछे हो रहा है?" एयर चाइना के पायलट ने जवाब दिया, "नहीं, धन्यवाद," मतलब उसने कोई इजाजत नहीं ली थी.
तभी, दोनों विमानों के कंप्यूटर सिस्टम में टक्कर से बचने का अलार्म (TCAS) बजा, जो बताता है कि खतरा बहुत नजदीक है.
तत्परता से लिया गया फैसला, टक्कर टल गई
एसएफ एयरलाइंस के पायलट ने सबसे पहले खतरा पहचाना. उसने देखा कि एयर चाइना का विमान उसकी दिशा में आ रहा था. पायलट ने तुरंत कंट्रोलर से संपर्क किया और दोनों विमानों को एक दिशा बदलने के आदेश दिए—एक बाएं और दूसरा दाएं मुड़ जाए, ताकि टक्कर से बचा जा सके. यह फैसला कुछ सेकंड में लिया गया और इसी फैसले ने सैकड़ों जानें बचा लीं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई बातचीत
इस घटना की बातचीत रिकॉर्ड हो गई, जो चीन के सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. बातचीत में साफ-साफ सुना जा सकता है कि पायलट एक-दूसरे से यह पूछ रहे हैं कि क्या उन्हें ऊपर जाने की इजाजत मिली थी या नहीं. कार्गो प्लेन का पायलट कहता है, "मैंने आपका विमान ऊपर जाते देखा, क्या आपको कंट्रोलर ने ऐसा करने को कहा था?"
एयर चाइना का पायलट किसे मान रहा है जिम्मेदार?
बातचीत में एयर चाइना का पायलट रूसी महिला कंट्रोलर को इस पूरी गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा था. वह कहता है, "वो लड़की घबरा गई थी और सबको कन्फ्यूज़ कर रही थी." इसके साथ ही यह भी माना गया कि पायलटों को ठीक से समझ नहीं आ रहा था कि उन्हें क्या करना चाहिए और कैसे जवाब देना चाहिए. दोनों पायलटों को इस घटना की पूरी रिपोर्ट अपनी-अपनी कंपनियों में देनी होगी.
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