वॉशिंगटन/बीजिंग: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर चरम पर है. हाल ही में अमेरिका द्वारा चीन पर 245% टैरिफ लगाए जाने के बाद, दोनों देशों के बीच जुबानी जंग तेज़ हो गई है. इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि "हम चीन के साथ एक बेहतरीन डील करने जा रहे हैं", साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि अमेरिका को अपने सहयोगियों के चीन के करीब जाने से कोई चिंता नहीं है.
ट्रम्प का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका ने चीन पर भारी भरकम टैरिफ लगाते हुए उसकी तकनीकी और औद्योगिक आपूर्ति शृंखलाओं पर दबाव बढ़ा दिया है. ट्रम्प ने दावा किया, "कोई भी हमारे साथ प्रतिस्पर्धा नहीं कर सकता... चीन हमसे बात करने के लिए उत्सुक है."
बोइंग डील पर चीन की नाराज़गी, अमेरिका को ठहराया दोषी
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने ट्रम्प के हवाले से कहा कि चीन ने बोइंग के साथ किए गए एक अहम समझौते से पीछे हटने की कोशिश की है. ट्रम्प का साफ कहना है कि "अब गेंद चीन के पाले में है... अमेरिका को नहीं, चीन को बातचीत की ज़रूरत है."
वहीं दूसरी तरफ चीन ने भी अपने तेवर सख्त कर दिए हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, "अगर अमेरिका वास्तव में बातचीत चाहता है, तो उसे धमकाना और दबाव बनाना बंद करना होगा." उन्होंने अमेरिका के टैरिफ को "गैर-जरूरी और अनुचित" करार देते हुए कहा कि चीन सिर्फ जवाब दे रहा है, झगड़ा शुरू नहीं कर रहा.
7 कीमती धातुओं के निर्यात पर चीन ने लगाई रोक
चीन ने हाल ही में एक और बड़ा कदम उठाया है. उसने 7 रेयर-अर्थ मटेरियल्स और उनके कंपोनेंट्स के निर्यात पर पाबंदी लगा दी है. ये धातुएं विशेष रूप से कार, ड्रोन, रोबोट, मिसाइल, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस उद्योगों के लिए अहम मानी जाती हैं.
बीजिंग के इस फैसले का असर दुनियाभर में महसूस किया जा सकता है क्योंकि ये मटेरियल हाई-टेक इंडस्ट्री के लिए जरूरी हैं. चीन के मुताबिक, अब इन धातुओं का निर्यात केवल स्पेशल परमिट के तहत ही संभव होगा. यह आदेश 4 अप्रैल को जारी किया गया था.
चीन बोइंग से विमानों की डिलीवरी रोक चुका है
चीन ने अपनी एयरलाइन कंपनियों को अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग से विमानों की डिलीवरी लेने से मना कर दिया है. साथ ही अमेरिका में निर्मित विमान पुर्जों की खरीद को भी रोक दिया गया है. यह कदम अमेरिका के भारी टैरिफ के जवाब में उठाया गया माना जा रहा है.
गौरतलब है कि बोइंग अमेरिका की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट निर्माता और निर्यातक कंपनियों में से एक है, जो रक्षा और संचार तकनीकों से लेकर कमर्शियल एयरलाइंस तक के लिए उत्पाद बनाती है.
ट्रम्प की अन्य मुलाकातें और कूटनीतिक गतिविधियां
ट्रम्प ने यह भी बताया कि उनकी मेक्सिको के राष्ट्रपति से बातचीत सकारात्मक रही और उन्होंने जापान के बिजनेस प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की है. उनका कहना है कि, "हर देश अब अमेरिका से जुड़ना चाहता है, मिलना चाहता है."
ये भी पढ़ेंः पटना में करीब तीन घंटे चली बैठक, फिर तेजस्वी को मिली बड़ी जिम्मेदारी; सीएम फेस के होंगे दावेदार?