अमेरिका की राजनीति में नफरत भरे बयानों और उकसावे की राजनीति का एक और चेहरा सामने आया है. टेक्सास से रिपब्लिकन पार्टी की कांग्रेसनल उम्मीदवार वैलेंटिना गोमेज़ ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो साझा किया, जिसने न केवल सोशल प्लेटफॉर्म्स बल्कि सियासी हलकों में भी हंगामा खड़ा कर दिया.
वीडियो में गोमेज़ मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ को जलाते हुए दिखाई देती हैं. इस कृत्य के साथ उन्होंने लिखा कि "वह टेक्सास से इस्लाम को खत्म करेंगी." वीडियो सामने आते ही यह क्लिप वायरल हो गई और हर ओर से तीखी प्रतिक्रिया आने लगी.
पहले भी दे चुकी हैं विवादित बयान
यह पहली बार नहीं है जब गोमेज़ विवादों में घिरी हों. मई 2024 में आयोजित टेक्सास मुस्लिम कैपिटल डे कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मंच पर चढ़कर इस्लाम विरोधी भाषण दिया था. उस दौरान उन्होंने दावा किया था कि “टेक्सास में इस्लाम की कोई जगह नहीं है” और खुद को “ईश्वर से डरने वाली एकमात्र नेता” बताया. इसके अलावा, वे LGBTQ समुदाय के खिलाफ बयानबाजी, ट्रांसजेंडर अधिकारों का विरोध, अप्रवासियों को लेकर नकली फांसी का वीडियो शेयर करने और पुस्तकें जलाने जैसे कई विवादित मामलों में सुर्खियां बटोर चुकी हैं.
Big Breaking 🚨
— Voice of Hindus (@Warlock_Shubh) August 26, 2025
Valentina Gomez, US leader from Texas burned Quran & said I will end lsIam from the USA
No action taken against her bcz she lives in democracy! https://t.co/6YUMHhlXXS
वैलेंटिना गोमेज़: कौन हैं वो?
वैलेंटिना गोमेज़ का जन्म 8 मई 1999 को मेडेलिन, कोलंबिया में हुआ था. उन्होंने अपना करियर एक रियल एस्टेट निवेशक के तौर पर शुरू किया, लेकिन धीरे-धीरे राजनीति में कदम रखते हुए 2024 में मिसौरी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट का चुनाव लड़ा जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. Gomez खुद को "कट्टर दक्षिणपंथी" कहती हैं और सोशल मीडिया पर अपने विवादित कंटेंट के लिए जानी जाती हैं. उनके फॉलोअर्स की संख्या कम नहीं, और यही उनके राजनीतिक प्रचार की रीढ़ भी है.
सोशल मीडिया पर उबाल
धार्मिक ग्रंथ जलाने वाले वीडियो के बाद ट्विटर (अब X) और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स ने गोमेज़ को आड़े हाथों लिया. कई लोगों ने इसे घृणा फैलाने वाला और असंवैधानिक बताया. एक यूजर ने टिप्पणी की, "ये राजनीति नहीं, समाज को तोड़ने की साजिश है." हालांकि, गोमेज़ ने सफाई देते हुए कहा, "आप उस धर्म से मेल नहीं कर सकते, जिसने पहले ही आपके खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी हो."
अमेरिकी राजनीति में धर्म की आड़ में ध्रुवीकरण
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि वैलेंटिना गोमेज़ जैसी नेता धार्मिक स्वतंत्रता और सामाजिक समरसता को सीधा खतरा पहुंचा रही हैं. आलोचकों का कहना है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में इस तरह की नफरत भरी बयानबाजी को जगह नहीं मिलनी चाहिए. हालांकि उनके समर्थक इसे उनके “अमेरिका फर्स्ट” एजेंडे और स्पष्टवादिता का उदाहरण मानते हैं. गोमेज़ अब 2026 के चुनावों में टेक्सास के 31वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से मैदान में होंगी. लेकिन बड़ा सवाल ये है. क्या समाज को बांटने वाली यह रणनीति उन्हें आगे ले जाएगी, या अमेरिकी लोकतंत्र में सहिष्णुता की जड़ें उन्हें रोके रखेंगी?
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