ट्रंप-एपस्टीन का रिश्ता चर्चा में क्यों? अखबार पर ठोका 83000 करोड़ का मुकदमा, बोले- कूड़े का ढ़ेर वाला न्यूजपेपर

    जेफरी एपस्टीन की मौत को 6 साल बीत चुके हैं, लेकिन अमेरिका में उसका नाम एक बार फिर गर्म बहस का मुद्दा बन गया है.

    Trump Epstein relationship filed case of 83000 crores on newspaper
    डोनाल्ड ट्रंप | Photo: ANI

    जेफरी एपस्टीन की मौत को 6 साल बीत चुके हैं, लेकिन अमेरिका में उसका नाम एक बार फिर गर्म बहस का मुद्दा बन गया है. वजह? पुरानी फाइलें, नए खुलासे, और एलन मस्क का एक पोस्ट जिसने सब कुछ उथल-पुथल कर दिया.

    अब चर्चा हो रही है कि क्या डोनाल्ड ट्रंप भी उस लिस्ट में हैं, जिनके बारे में एपस्टीन सब कुछ जानता था. ट्रंप कह रहे हैं कि सब फर्जी है. लेकिन सवाल कम नहीं हो रहे.

    कौन था जेफरी एपस्टीन?

    एपस्टीन सिर्फ एक अमीर आदमी नहीं था, वो रसूखदार था. न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में उसके शानदार घर थे. साल 2005 में पुलिस के पास शिकायत पहुंची कि उसने नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया है. जांच में पता चला कि 2002 से 2005 के बीच वो 14 साल तक की लड़कियों को अपने घर बुलाता, यौन संबंध बनाता और फिर पैसे देता.

    लेकिन 2006 में उस पर सिर्फ वेश्यावृत्ति का एक आरोप लगा और 2008 में उसे सिर्फ 13 महीने की सजा हुई. वो भी ऐसी कि दिन में जेल से बाहर काम करने की इजाजत थी. ये डील बाद में बहुत विवादों में रही.

    फिर से गिरफ्तार हुआ और फिर मौत

    2019 में जब दोबारा उसकी गिरफ्तारी हुई, तो इस बार मामला सेक्स ट्रैफिकिंग का था. लेकिन जेल में ही उसकी मौत हो गई. आधिकारिक रिपोर्ट में इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन बहुत से लोगों को शक है कि उसे मार दिया गया ताकि वो किसी का नाम न ले सके.

    ट्रंप और एपस्टीन की दोस्ती कितनी गहरी थी?

    1990 के दशक में दोनों एक ही सोशल सर्कल में थे. पाम बीच और न्यूयॉर्क में पार्टीज़ करते, साथ दिखते. ट्रंप ने 2002 में एक इंटरव्यू में एपस्टीन को “कमाल का इंसान” कहा था और ये भी कहा था कि उसे “खूबसूरत और कम उम्र की लड़कियां पसंद हैं.” हालांकि ट्रंप अब कहते हैं कि 2004 के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए थे.

    एलन मस्क ने क्या किया कि मामला फिर उछल गया?

    जून 2025 में एलन मस्क ने X पर एक पोस्ट की, जिसमें दावा किया कि ट्रंप का नाम एपस्टीन की फाइल्स में है. ये बात ट्रंप के चुनावी वादों से टकरा गई, क्योंकि ट्रंप ने कहा था कि वो इस लिस्ट को दुनिया के सामने लाएंगे. अब लोग पूछ रहे हैं, लिस्ट कहां है?

    DOJ और FBI की सफाई, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं

    जुलाई 2025 में अमेरिकी न्याय विभाग और एफबीआई ने कहा कि कोई “क्लाइंट लिस्ट” मौजूद नहीं है और एपस्टीन ने आत्महत्या की थी. लेकिन इसके बाद ट्रंप पर शक और गहरा हो गया. ट्रंप के कुछ कट्टर समर्थक भी अब सवाल पूछ रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि कुछ छिपाया जा रहा है.

    ट्रंप का नाम फ्लाइट लॉग्स में क्यों आया?

    2025 में एपस्टीन के फ्लाइट रिकॉर्ड सामने आए. उनमें ट्रंप का नाम सात बार आया. हालांकि इनमें से कुछ उड़ानें उनकी पत्नी और बेटी के साथ थीं, और कोई सीधा आरोप नहीं है, लेकिन संदेह की लकीर खिंच चुकी है. एक पीड़िता ने दावा किया कि एपस्टीन ने मार-ए-लागो में ट्रंप से उनकी मुलाकात करवाई थी. सबूत नहीं हैं, लेकिन कहानी हवा पकड़ चुकी है.

    क्या ट्रंप सच में कुछ छिपा रहे हैं?

    ट्रंप का कहना है कि ये सब डेमोक्रेट्स की साजिश है. उनका दावा है कि वो एपस्टीन से बहुत पहले अलग हो चुके थे और इस लिस्ट का कोई अस्तित्व नहीं है. लेकिन लोग मान नहीं रहे. यहां तक कि उनके वफादार समर्थक भी सवाल कर रहे हैं.

    क्या एलन मस्क ने ट्रंप को फंसा दिया?

    मस्क के एक पोस्ट ने ट्रंप को साफतौर पर बैकफुट पर ला दिया है. ट्रंप अब सफाई दे रहे हैं, लेकिन चोट लग चुकी है. खासकर उन लोगों को जो पारदर्शिता की उम्मीद कर रहे थे.

    आखिर 90 के दशक में लोग इन्हें कैसे देखते थे?

    1992 की एक पार्टी का वीडियो वायरल है, जिसमें ट्रंप और एपस्टीन एक साथ मस्ती करते दिखते हैं. विक्टोरिया सीक्रेट की पार्टीज़ में भी दोनों साथ नजर आते थे. 2003 में ट्रंप ने एपस्टीन को एक स्केच भेजा था जिसमें एक नग्न महिला थी और कुछ "राज़" भी थे.

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