प्रकृति का प्रकोप एक बार फिर अमेरिका पर कहर बनकर टूटा है. केंटकी और मिसौरी राज्यों में आए भीषण बवंडरों ने तबाही की ऐसी तस्वीरें छोड़ी हैं जो लंबे समय तक लोगों के ज़ेहन में बनी रहेंगी. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक इस आपदा में कम से कम 21 लोगों की जान जा चुकी है — जिनमें 14 मौतें केंटकी और 7 मिसौरी में हुई हैं.
केंटकी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से, विशेष रूप से लॉरेल काउंटी, शनिवार सुबह तूफानी हवाओं की चपेट में आया. वहीं, मिसौरी के सेंट लुइस शहर में शुक्रवार को आए बवंडर ने न सिर्फ इमारतों को तबाह किया बल्कि कई जिंदगियों को भी उजाड़ दिया. अधिकारियों के अनुसार, सेंट लुइस में पांच लोगों की मौत हुई है, और 5,000 से ज्यादा इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं. इन घटनाओं के बाद इलाके में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई और तकरीबन 6.50 लाख लोग अंधेरे में डूब गए.
राहत कार्यों में जुटे हैं अधिकारी
लॉरेल काउंटी के शेरिफ जॉन रूट ने सोशल मीडिया पर बताया कि अब भी बचे हुए लोगों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है. अग्निशमन दल और राहत कर्मियों द्वारा क्षतिग्रस्त इलाकों में घर-घर तलाशी ली जा रही है. केंटकी के अधिकारियों ने यह भी आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है, क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं.
कर्फ्यू और एहतियात के कदम
सेंट लुइस में सेंटेनियल क्रिश्चियन चर्च का एक हिस्सा ढहने के बाद तीन लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया, जिनमें से एक की जान नहीं बचाई जा सकी. लूटपाट और अनाधिकृत प्रवेश को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू कर दिया है.
सेंट लुइस की मेयर कारा स्पेंसर ने कहा, "जीवन की हानि और संपत्ति का विनाश अत्यंत दुखद है. आने वाले दिनों में हमें काफी मेहनत करनी होगी, लेकिन फिलहाल हमारा मुख्य उद्देश्य लोगों की जान बचाना और उन्हें सुरक्षित रखना है."
मौसम और भी होगा खतरनाक
राष्ट्रीय मौसम सेवा के मुताबिक, यह बवंडर सिर्फ केंटकी और मिसौरी तक ही सीमित नहीं रहा. इसका असर इलिनोइस से होते हुए अटलांटिक तट तक देखा गया है, जहां मौसम और भी अधिक खराब होने की संभावना जताई जा रही है.
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