मॉस्को: रूस ने एक अहम कदम उठाते हुए पहली बार अपनी परमाणु सक्षम ओरेशनिक मिसाइलों को सक्रिय कर दिया है, जिससे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में एक नया मोड़ आ सकता है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आधिकारिक आवास पर ड्रोन हमले के बाद, रूस ने इन मिसाइलों की तैनाती को लेकर घोषणा की है, जो न केवल यूक्रेन बल्कि पूरे पश्चिमी दुनिया के लिए गंभीर संकेत हैं. इस कदम से परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है, और रूस का पलटवार अब और भी विनाशकारी हो सकता है.
ओरेशनिक मिसाइलों को किया सक्रिय
रूस के रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में ऐलान किया कि उसकी परमाणु-सक्षम ओरेशनिक मिसाइल प्रणाली अब सक्रिय सेवा में शामिल हो गई है. यह कदम उस समय उठाया गया है जब यूक्रेन में शांति वार्ताओं के लिए मंथन चल रहा है, और रूस ने अपनी सैन्य बढ़त को और मजबूत करने के संकेत दिए हैं. इन मिसाइलों को बेलारूस में तैनात किया गया है, हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है कि कितनी मिसाइलें तैनात की गई हैं. रूस की यह रणनीति पश्चिमी देशों और यूक्रेन को चेतावनी देने के रूप में देखी जा रही है.
यूक्रेन के लिए बढ़ते संकट के संकेत
रूस ने ओरेशनिक मिसाइलों की तैनाती उस दिन की है जब पुतिन के आवास पर एक ड्रोन हमले ने दुनिया को चौंका दिया. इस हमले के बाद, अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे "बहुत गलत" करार दिया और इसे शांति प्रक्रिया के लिए एक बड़ा खतरा बताया. पुतिन ने यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों को साफ संदेश दिया है कि अगर वे रूस की शांति की शर्तों को न मानते हैं, तो रूस अपनी सैन्य बढ़त को और आगे बढ़ाएगा, जिससे यूक्रेन के लिए संकट और बढ़ सकता है.
शांति वार्ता में बाधाएं और रूस का दबाव
यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ताओं में अभी भी कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने भी यह बताया कि दोनों पक्ष शांति समझौते के बहुत करीब हैं, लेकिन कुछ अहम मुद्दों पर समझौता नहीं हो पा रहा है. इनमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि यूक्रेनी सेनाओं को कहां से पीछे हटना होगा, और रूस द्वारा कब्जे किए गए जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र का भविष्य क्या होगा. रूस की ओर से लगातार दबाव बनाए रखने के संकेत मिल रहे हैं, और पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क और जापोरिज्जिया क्षेत्रों में अपनी सेनाओं की बढ़त को लेकर भी बयान दिया है.
ओरेशनिक मिसाइलें: एक महाघातक हथियार
ओरेशनिक मिसाइलों की क्षमताओं के बारे में पुतिन ने विस्तार से बताया है. इन मिसाइलों के कई वॉरहेड्स माच 10 तक की गति से अपने लक्ष्य की ओर गिरते हैं, और इनका रोकना असंभव है. पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि रूस इन मिसाइलों का उपयोग यूक्रेन के नाटो सहयोगियों के खिलाफ कर सकता है, जिन्होंने कीव को रूस के अंदर लंबी दूरी की मिसाइलों से हमले की अनुमति दी है. ओरेशनिक मिसाइलों की रेंज यूरोप के पूरे क्षेत्र को कवर करती है, और यह पारंपरिक या परमाणु वॉरहेड दोनों को ले जा सकती हैं.
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