Vande Bharat: भारतीय रेलवे की तकनीकी प्रगति में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने हाल ही में ‘वाटर टेस्ट’ पास कर अपनी मजबूती और आधुनिक तकनीक का प्रमाण दिया है. इस खास परीक्षण को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि तेज रफ्तार में दौड़ती ट्रेन में भी पानी भरे गिलास सुरक्षित रहे और एक के ऊपर एक रखे जाने के बावजूद गिरने नहीं पाए.
रेल मंत्री के अनुसार, वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को रेलवे सेफ्टी कमिश्नर की निगरानी में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कोटा–नागड़ा सेक्शन पर दौड़ाया गया. इस टेस्ट में ट्रेन की नई तकनीकी खूबियों को परखा गया, जिसमें स्थिरता और सुरक्षा दोनों पर ध्यान दिया गया. मंत्री ने कहा कि यह टेस्ट भारतीय रेलवे की मॉडर्नाइजेशन पहल और तकनीकी नवाचार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.
रेलवे में आधुनिकता और यात्रियों का अनुभव
आजादी के बाद भारतीय रेलवे लगातार विकसित हो रहा है. वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देती हैं, बल्कि स्वदेशी निर्माण और ‘मेक इन इंडिया’ पहल को भी मजबूत करती हैं. इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय रेलवे अब ग्लोबल स्टैंडर्ड्स के अनुरूप तेज, सुरक्षित और तकनीकी रूप से समर्थित नेटवर्क विकसित कर रहा है.
Vande Bharat Sleeper tested today by Commissioner Railway Safety. It ran at 180 kmph between Kota Nagda section. And our own water test demonstrated the technological features of this new generation train. pic.twitter.com/w0tE0Jcp2h
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) December 30, 2025
इनोवेशन और भविष्य की दिशा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, रेलवे विभाग में लगातार नवाचार और तकनीकी प्रगति पर जोर दिया जा रहा है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का सफल परीक्षण यह संकेत देता है कि जल्द ही यात्री और भी आधुनिक, आरामदायक और सुरक्षित रेल यात्रा का अनुभव कर सकेंगे. यह पहल भारतीय रेलवे की भविष्य की दिशा और यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने का प्रतीक भी है. इस टेस्ट के बाद भारत की रेल यात्रा केवल लंबाई में नहीं, बल्कि गुणवत्ता और आधुनिकता में भी नए मुकाम तक पहुंच रही है. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन इसके प्रतीक के रूप में भारतीय रेल के नए युग की शुरुआत कर रही है.
यह भी पढ़ें: Year Ender 2025: केजरीवाल से तेजस्वी तक.. 2025 में इन विपक्षी नेताओं को मिली करारी शिकस्त