रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर चल रही अफवाहों के बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि पुतिन जल्द ही मर जाएंगे. साथ ही उन्होंने अमेरिका से अपील की कि पुतिन के रहते हुए, वे रूसी चालबाजियों के सामने मजबूत बने रहें. यह बयान जेलेंस्की ने मंगलवार को कालासागर में अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम के एक दिन बाद दिया. बुधवार को उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ एक बैठक भी की. जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन यूरोपीय संघ को अंदर से कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा कि पुतिन जल्द ही मर जाएंगे और यह एक तथ्य है. उन्होंने कहा, "यह सब खत्म हो जाएगा."
पुतिन के स्वास्थ्य पर अटकलें
पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर लगातार अफवाहें आ रही हैं. ब्रिटिश समाचार पत्र द सन की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन को कई बार सूजे हुए चेहरे और कांपते हुए देखा गया है. इसके अलावा, उनके पैरों में ऐंठन होने की बात भी सामने आई है, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि पुतिन जल्द ही पद छोड़ सकते हैं.
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें यकीन है कि अमेरिका पुतिन को बिना शर्त युद्धविराम स्वीकार करने के लिए मजबूर करेगा. इस दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने पुतिन पर आरोप लगाया कि जब वह शांति वार्ता से बाहर हो गए थे, तो उन्होंने युद्धविराम की शर्तों का पुनर्निर्देशन किया था. मैक्रों ने कहा, "रूस यह दावा करता है कि वह शांति चाहता है, लेकिन इसके बावजूद वह लगातार यूक्रेनी नागरिकों और उनके इलाकों पर हमले कर रहा है."
युद्धविराम पर चर्चा
गुरुवार को यूरोपीय संघ के नेता यूक्रेन के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बैठक करने जा रहे हैं, जिसमें यह तय किया जाएगा कि कैसे यूक्रेन को स्थायी युद्धविराम समझौते के अंतर्गत समर्थन दिया जाए. एक विचार यह है कि यूरोपीय संघ के देशों से शांति बनाए रखने के लिए सैनिकों की तैनाती की जाए, लेकिन मैक्रों ने चेतावनी दी कि इससे यूरोपीय संघ के सैनिकों को रूस से सीधे संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने कहा, "अगर पुतिन ने यूक्रेनी धरती पर हमला किया, तो यह शांति सैनिकों पर भी हमला होगा."
नाटो की चेतावनी
बुधवार को नाटो प्रमुख, मार्क रूट ने रूस को चेतावनी दी कि अगर उसने पोलैंड या नाटो के किसी सदस्य देश पर हमला किया, तो इसकी प्रतिक्रिया विनाशकारी होगी. उन्होंने नाटो सदस्य देशों से कहा, "यह अकेले जाने का समय नहीं है." उन्होंने यह भी जोर दिया कि "यूरोप की सुरक्षा के लिए नाटो के अलावा कोई विकल्प नहीं है और अमेरिका का परमाणु सुरक्षा कवच हमारे लिए अंतिम गारंटर है."
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