नई दिल्ली: तीन साल से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अब एक सकारात्मक संकेत उभरता दिखाई दे रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संकेत दिए हैं कि वह यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मिलने के लिए तैयार हैं. यह बात सामने आई है अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के हवाले से, जिन्होंने दावा किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन के बीच हाल ही में फोन पर बातचीत हुई है, जिसमें यह सहमति बनी.
फॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में रुबियो ने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा कि दोनों की मुलाकात के बाद युद्ध खत्म हो जाएगा, लेकिन कम से कम दोनों नेता एक दूसरे के साथ बात तो कर रहे हैं. यह एक बड़ी बात है. रुबियो ने आगे कहा कि हम पुतिन और जेलेंस्की की बैठक की दिशा में काम कर रहे हैं. अगर दोनों नेता एक दूसरे से बात करने के लिए तैयार हो जाते हैं तो यह त्रिपक्षीय बैठक भी हो सकती है जहां दोनों नेताओं के साथ ट्रंप भी बैठ सकते हैं.
"ये किसी चमत्कार से कम नहीं"
रूबियो ने कहा, 'पुतिन कह रहे हैं, ज़रूर, मैं ज़ेलेंस्की से मिलूंगा'. ये किसी चमत्कार से कम नहीं, ये बड़ी एचीवमेंट है. बड़ी बात है... मेरा मतलब है कि मैं ये नहीं कह रहा कि वे मीटिंग वाले कमरे से सबसे अच्छे दोस्त बनकर निकलेंगे. मैं यह भी नहीं कह रहा दोनों उस कमरे से शांति समझौते के साथ निकलेंगे. लेकिन मुझे लगता है कि लोग अब एक-दूसरे से बात कर रहे हैं, यह साढ़े तीन साल से नहीं हो रहा था. यह मौत और विनाश का एक गतिरोधपूर्ण युद्ध चल रहा था'.
"दोनों पक्षों को समझौता करना होगा"
रुबियो ने आगे कहा, वे पुतिन और ज़ेलेंस्की के बीच एक बैठक की दिशा में काम कर रहे हैं, और अगर वह सफल रही, तो ट्रंप के साथ भी एक त्रिपक्षीय बैठक होगी. जहां हमें एक समझौते को अंतिम रूप देने की उम्मीद है. अभी तुरंत हम उस स्थिति में नहीं हैं, लेकिन टारगेट यही है और आज जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, उनमें से एक यह है कि उस मुकाम तक कैसे पहुंचा जाए. किसी एक पक्ष से 100 प्रतिशत समर्थन की उम्मीद करना अवास्तविक है इसलिए दोनों पक्षों को समझौता करना होगा. दोनों पक्षों को देना और लेना होगा. क्योंकि किसी एक पक्ष का 100 प्रतिशत समर्थन प्राप्त करना आत्मसमर्पण होगा.
"जल्द संभव हो सकती है बहुपक्षीय बातचीत"
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने जेलेंस्की से मुलाकात के बाद पुतिन को फोन किया और एक साझा बैठक की योजना बनानी शुरू कर दी है. ट्रंप ने भरोसा जताया कि यह बहुपक्षीय बातचीत जल्द ही संभव हो सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि प्रस्तावित शांति समझौते के तहत यूक्रेन को कुछ सुरक्षा गारंटियां दी जा सकती हैं, जिसमें यूरोप की अहम भूमिका होगी. इस पूरे घटनाक्रम में वाशिंगटन और यूरोपीय देशों के बीच समन्वय बना हुआ है. इस बीच, जेलेंस्की और ट्रंप की ओवल ऑफिस में आमने-सामने मुलाकात को भी एक अहम कूटनीतिक कदम माना जा रहा है.
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