'आपका एक वोट बंगाल को घुसपैठियों से मुक्त करा सकता है', कोलकाता में पीएम मोदी ने TMC पर साधा निशाना

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता का दौरा किया, जहाँ उन्होंने राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की शुरुआत की.

    PM Modi spoke on infiltrators in Bengal and targeted TMC
    प्रतिकात्मक तस्वीर/ ANI

    कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता का दौरा किया, जहाँ उन्होंने राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की शुरुआत की. इस अवसर पर उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने घुसपैठ, भ्रष्टाचार, और राजनीतिक जवाबदेही जैसे विषयों पर अपनी बात रखी.

    प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार देश की सीमाओं की सुरक्षा और राष्ट्र के संसाधनों पर अनधिकृत दबाव को लेकर गंभीर है. उन्होंने बंगाल के लोगों से आह्वान किया कि वे ऐसे तत्वों से राज्य को मुक्त कराने के लिए अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करें.

    5200 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास

    प्रधानमंत्री मोदी ने कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में करीब 5200 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इनमें 13.62 किलोमीटर लंबे तीन नए मार्ग और 1200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला कोना एक्सप्रेसवे भी शामिल है, जो छह लेन वाला और 7.2 किलोमीटर लंबा होगा.

    हालांकि इस कार्यक्रम में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उपस्थित नहीं रहीं, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच राजनीतिक टकराव की स्थिति अभी भी बनी हुई है.

    प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की प्रमुख बातें-

    1. TMC सरकार पर तीखा हमला

    प्रधानमंत्री ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि बंगाल को विकास की नहीं, सत्ता की राजनीति से मुक्त कराने की जरूरत है. उन्होंने कहा, "बंगाल ने आज़ादी के बाद कांग्रेस और वामपंथी शासन का लंबा दौर देखा है. अब TMC के शासन में भ्रष्टाचार और अपराध का बोलबाला है. विकास की रफ्तार रुकी हुई है, और जनता बदलाव चाहती है."

    उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि TMC ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं जैसे स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़ने से इनकार कर दिया, जिससे राज्य को बड़े स्तर पर आर्थिक और तकनीकी लाभ से वंचित होना पड़ा.

    2. ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय सुरक्षा

    प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना के साहसिक अभियानों का जिक्र करते हुए "ऑपरेशन सिंदूर" की चर्चा की, जिसमें भारत ने सीमा पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त किया. मोदी ने कहा, "हमारी सेना ने ऐसा सबक सिखाया कि पाकिस्तान आज तक खामोश है. बंगाल का इस सफलता में ऐतिहासिक योगदान रहा है, क्योंकि रक्षा उत्पादन की शुरुआत यहीं के इच्छापुर से हुई थी. लेकिन कांग्रेस के शासन ने इस इंडस्ट्री को बर्बाद कर दिया."

    3. घुसपैठ का मुद्दा: वोट से मिलेगा समाधान

    सबसे तीखी टिप्पणी अवैध घुसपैठियों पर हुई. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में अवैध रूप से घुस आए लोग देश की आंतरिक संरचना, संसाधनों और सामाजिक संतुलन पर गंभीर असर डाल रहे हैं.

    पीएम मोदी ने कहा, "जो लोग घुसपैठ कर भारत में रह रहे हैं, वे हमारे युवाओं के रोजगार छीन रहे हैं, मूलभूत सुविधाओं पर दबाव डाल रहे हैं, और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं. भारत इस बोझ को अब और ज्यादा नहीं झेल सकता."

    मोदी ने आरोप लगाया कि INDI गठबंधन (जिसमें TMC और कांग्रेस जैसी पार्टियां शामिल हैं) राजनीतिक लाभ के लिए घुसपैठ को नजरअंदाज करता है. उन्होंने जनता से आग्रह किया, "आपका एक वोट बंगाल को घुसपैठियों से मुक्त कर सकता है. विकसित देश भी ऐसे घुसपैठियों के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं, भारत को भी इसी दिशा में आगे बढ़ना है."

    4. भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कानून की बात

    प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित एंटी करप्शन बिल की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार अब ऐसे नेताओं पर भी कठोर कदम उठाने की तैयारी में है, जो जेल में रहकर भी सत्ता का सुख भोगते हैं.

    उन्होंने कहा, "अगर कोई सामान्य कर्मचारी जेल जाता है तो उसकी नौकरी चली जाती है. लेकिन मंत्री और मुख्यमंत्री जेल में रहकर भी पद पर बने रहते हैं. यह संविधान और लोकतंत्र का अपमान है."

    उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि TMC के कई मंत्रियों पर शिक्षक भर्ती घोटाले और राशन वितरण में भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोप हैं, लेकिन फिर भी वे पद छोड़ने को तैयार नहीं हुए.

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