उदास चेहरे, भूरी डायरी और... भारत की दहाड़ से घबराए मनुर, देखिए हालत; हमले के खौफ से उड़ी पाक आर्मी के अफसरों की रंगत

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख ने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया है. बैसरन घाटी में हुए इस नृशंस हमले के बाद भारत ने जहां आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, वहीं पाकिस्तान की रणनीतिक और सैन्य तैयारियों में बेचैनी साफ नजर आने लगी है.

    Pakistan Retaliation Causes tension in pakistan army chief munir
    Image Source: Social Media

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख ने पाकिस्तान को झकझोर कर रख दिया है. बैसरन घाटी में हुए इस नृशंस हमले के बाद भारत ने जहां आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं, वहीं पाकिस्तान की रणनीतिक और सैन्य तैयारियों में बेचैनी साफ नजर आने लगी है. पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की अध्यक्षता में हुई एक विशेष कॉर्प्स कमांडर्स कॉन्फ्रेंस ने इसकी तस्वीर और स्पष्ट कर दी, जिसमें गंभीर चेहरों और तनावपूर्ण वातावरण ने स्पष्ट कर दिया कि भारत के जवाबी तेवरों ने इस्लामाबाद की नींद उड़ा दी है.

    ISPR की तस्वीर ने खोली पाकिस्तानी सेना की चिंता की पोल

    रावलपिंडी में आयोजित इस अहम बैठक की एक तस्वीर पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ISPR द्वारा जारी की गई, जिसमें जनरल असीम मुनीर और उनके वरिष्ठ अधिकारी गहरी चिंता में दिखाई दिए. टेबल पर रखी फाइलें, डायरी और लैपटॉप इस बात के संकेत थे कि भारत द्वारा की जा रही सैन्य और कूटनीतिक गतिविधियों से पाकिस्तान की सुरक्षा रणनीति बुरी तरह प्रभावित हो रही है.

    बैठक में क्या हुआ?

    कॉन्फ्रेंस में जनरल मुनीर ने भारत पर "सांप्रदायिक अस्थिरता फैलाने" के आरोप लगाए और कहा कि पाक सेना राष्ट्र की एकता और सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. इसके साथ ही भारत की ओर से की गई कार्रवाई की आलोचना करते हुए इसे "उकसावे भरा और अमानवीय" बताया गया. लेकिन इन बयानों के पीछे छिपी घबराहट को तस्वीरों में साफ तौर पर महसूस किया जा सकता है. भारत की ओर से LOC पर बढ़ती सैन्य तैनाती और नौसेना की गतिविधियों से पाकिस्तान की परेशानी और गहराई है.


    सिंधु जल संधि निलंबन: पानी भी बना रणनीतिक हथियार

    भारत द्वारा सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से निलंबित किए जाने के फैसले को पाकिस्तान ने एक बड़ा झटका माना है. जनरल मुनीर ने इस फैसले को "पानी को हथियार बनाने" की साजिश करार देते हुए कहा कि इससे पाकिस्तान की आबादी और अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान होगा. पाकिस्तानी नेतृत्व ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे "युद्ध जैसा कृत्य" बताया, जबकि भारत ने स्पष्ट कर दिया कि आतंकवाद का जवाब अब केवल कड़ी चेतावनियों से नहीं, ठोस कार्रवाई से दिया जाएगा.

    चेहरे बोले, बयान नहीं

    भले ही कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की ओर से तीखे बयान सामने आए हों, लेकिन बैठक में मौजूद सैन्य अधिकारियों के चेहरों की गंभीरता और तनाव ने उनकी असली चिंता को उजागर कर दिया. भारत के कड़े रुख और अंतरराष्ट्रीय समर्थन के चलते पाकिस्तान पर रणनीतिक दबाव लगातार बढ़ रहा है.

    यह भी पढ़े: 'राफेल हो या राफेल का मामा' ऐसा बोलने वाले पाकिस्तान को इतना खौफ, अब कर डाला ये काम