जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत की सख्त कार्रवाई के संकेतों ने पाकिस्तान की चिंता बढ़ा दी है. भारत की रणनीतिक प्रतिक्रियाओं और अमेरिका से मिले समर्थन के चलते पाकिस्तान अब गहरे दबाव में है. डर के माहौल में पाकिस्तान ने पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में कई कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए हैं, जिससे साफ होता है कि इस्लामाबाद भारत के जवाबी कदम को लेकर बेहद आशंकित है.
POK में बढ़ाई गई सख्ती, जश्न और संगीत पर रोक
पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास स्थित झेलम वैली सहित कई इलाकों में 'शांति बनाए रखने' के नाम पर आपात कदम उठाए हैं. स्थानीय प्रशासन ने आतिशबाजी, लाउडस्पीकर और शादियों में म्यूजिक तक पर रोक लगा दी है. सूत्रों के मुताबिक, करीब 1,000 मदरसों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और सामूहिक कार्यक्रमों पर पाबंदी लगा दी गई है. यह सब ऐसे समय में हो रहा है जब पाकिस्तान को भारत की सैन्य कार्रवाई की आशंका सता रही है.
पाकिस्तान के मंत्रियों की भड़काऊ बयानबाजी
भारत की वायु शक्ति, विशेषकर राफेल जेट्स की तैनाती को लेकर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तंज कसते हुए कहा, "चाहे राफेल आए या उसका मामा, हम तैयार हैं." उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की सेना पूरी तरह चौकस है. वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के वरिष्ठ सलाहकार राणा सनाउल्लाह और कोऑर्डिनेटर राणा एहसान अफज़ल ने भी भारत के बयान को 'युद्ध की चेतावनी' बताते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है.
चीन से सैन्य सहयोग की गुहार
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तान ने अपने पुराने सामरिक सहयोगी चीन से तत्काल मदद की अपील की है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने चीन से 40 और VT-4 लड़ाकू टैंकों का ऑर्डर दिया है. वर्तमान में पाकिस्तान के पास लगभग 350 VT-4 टैंक हैं, लेकिन भारत की सैन्य क्षमता को देखते हुए वह इसे अपर्याप्त मान रहा है.
दबाव में पाकिस्तान, रणनीति में बदलाव
भारत की स्पष्ट रणनीति और वैश्विक समर्थन के बीच पाकिस्तान आंतरिक और अंतरराष्ट्रीय मोर्चों पर घिरता जा रहा है. POK में प्रतिबंधात्मक कदम, चीन से सैन्य खरीद, और पाकिस्तानी मंत्रियों की बयानबाज़ी ये सभी संकेत देते हैं कि इस्लामाबाद न सिर्फ डरा हुआ है, बल्कि किसी भी अप्रत्याशित कदम के लिए तैयारी कर रहा है.