GST Rate Cuts: त्योहारों की दस्तक के साथ ही केंद्र सरकार ने देशवासियों को एक बड़ा तोहफ़ा दिया है. 22 सितंबर 2025 से लागू हो रही नई जीएसटी दरें आम जनता की जेब पर सीधा असर डालेंगी, और इस बार राहत भरी! नवरात्रि की शुरुआत, दीपावली की तैयारियां और बिहार में छठ पूजा जैसे खास मौकों से ठीक पहले जीएसटी में की गई यह कटौती, न केवल घरेलू बजट को राहत देगी बल्कि चुनावी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कदम को "खुशियों का डबल धमाका" कहा है, एक तरफ त्योहारी खरीदारी को बढ़ावा, दूसरी ओर बिहार चुनावों से पहले लोगों का भरोसा जीतने की रणनीति.
क्या-क्या होगा सस्ता?
नवीनतम जीएसटी दरों के अनुसार, कई रोज़मर्रा की चीज़ों की कीमतों में गिरावट आ सकती है, जैसे:
बिहार चुनाव से पहले बड़ा राजनीतिक दांव?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीएसटी रिफॉर्म केवल एक आर्थिक फैसला नहीं, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया एक रणनीतिक कदम है. छठ पूजा बिहार की सांस्कृतिक आत्मा है और सरकार ने समय को बखूबी साधा है.
पीएम मोदी का क्या कहना है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कहा, "GST 2.0 आम आदमी की जेब पर भार कम करेगा और छठ व दिवाली जैसे पवित्र पर्वों को और भी खास बनाएगा. यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और मजबूत कदम है."
22 सितंबर से लागू होंगी ये नई दरें
जीएसटी परिषद की सिफारिशों के अनुसार, नई दरें 22 सितंबर 2025 से प्रभावी होंगी. जीएसटी आपूर्ति की तारीख के आधार पर लगती है, यानी 22 सितंबर या उसके बाद की गई बिक्री पर नई दरें लागू होंगी. पहले से बना ई-वे बिल पूरी अवधि तक वैध रहेगा. नया बिल बनवाने की जरूरत नहीं.
बीमा और परिवहन पर क्या असर?
जीएसटी मुक्त जीवन बीमा योजनाएं:
परिवहन सेवाएं:
दवाओं पर छूट क्यों नहीं?
पूरी तरह छूट देने से दवा निर्माताओं को इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) नहीं मिलेगा, जिससे उत्पादन लागत बढ़ेगी और उसका असर उपभोक्ता कीमतों पर पड़ेगा. इसलिए अधिकांश दवाएं अब भी 5% की रियायती दर पर ही रहेंगी.
क्या बदलेगा आपके लिए?
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