मध्य पूर्व की जंग अब एक नए मोड़ पर पहुंच गई है. ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव लगातार हिंसक रूप लेता जा रहा है और इसके केंद्र में अब ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का ताज़ा बयान है. मंगलवार को सोशल मीडिया पर जारी अपने संदेश में खामेनेई ने इजरायल को दो टूक शब्दों में चेतावनी दी – “हमें आतंकी ज़ायोनिस्ट शासन को मज़बूत जवाब देना होगा… अब उन्हें किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.” हैदर के नाम पर जंग शुरू होती है. खामेनेई ने आगे लिखा, “पाक हज़रत हैदर के नाम पर जंग शुरू होती है.”
यह बयान सिर्फ युद्ध की धमकी नहीं, बल्कि शिया समुदाय की धार्मिक भावनाओं से जुड़ा प्रतीकात्मक ऐलान है. ‘हैदर’ हज़रत अली का एक नाम है, जिन्हें शियाओं में बहादुरी और न्याय का प्रतीक माना जाता है. खामेनेई का यह संदेश दर्शाता है कि ईरान अब संघर्ष को आस्था और अस्तित्व की लड़ाई के रूप में देख रहा है.
अमेरिका ने बंद किए दूतावास, बढ़ी चिंता
यरुशलम स्थित अमेरिकी दूतावास ने ऐहतियात के तौर पर बुधवार से शुक्रवार तक सेवाएं बंद रखने की घोषणा कर दी है. तेल अवीव स्थित अमेरिकी काउंसुलर ऑफिस भी बंद रहेगा. हालांकि, अमेरिका ने अभी तक अपने नागरिकों को निकालने का कोई आदेश नहीं दिया है, लेकिन दूतावास का बंद होना खुद इस बात का संकेत है कि स्थिति बेहद गंभीर हो चुकी है.
“ईरान बम के बेहद करीब”
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बीच ईरान पर तीखा रुख अपनाया है. जहां अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया प्रमुख तुलसी गैबार्ड ने संसद को बताया कि “ईरान फिलहाल परमाणु हथियार नहीं बना रहा”, वहीं ट्रंप ने इसे सिरे से नकार दिया और कहा: “मुझे फर्क नहीं पड़ता उन्होंने क्या कहा. ईरान बम के बहुत करीब है.”
इस बयान से यह साफ है कि ट्रंप अब भी खुफिया एजेंसियों की जगह इजरायली नेतृत्व के साथ खड़े हैं, खासकर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जो ईरान को परमाणु शक्ति बनने से रोकने को सबसे बड़ी प्राथमिकता मानते हैं.
तेहरान में अफरा-तफरी, बाजार बंद, धमाकों से गूंजा शहर
ईरान की राजधानी तेहरान में मंगलवार शाम हालात इतने बिगड़े कि शहर का ऐतिहासिक ग्रैंड बाज़ार तक बंद करना पड़ा. लोग बड़ी संख्या में शहर छोड़ने लगे. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में भीषण धमाके हुए. एंटी-एयरक्राफ्ट गनों की आवाजें लगातार सुनाई दीं.
शहर छोड़कर निकलते एक स्थानीय निवासी ने बताया: “ऐसा लग रहा है जैसे तेहरान अब भूतों का शहर बन गया है.” सड़कों पर ट्रैफिक जाम, पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें और हर तरफ भय का माहौल है. साफ है कि युद्ध अब महज सीमाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह संकट पूरी क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है.
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