'अगर खामेनेई हमारी पहुंच में होते, तो...' ईरानी सुप्रीम लीडर को मारना चाहता था इजराइल, कैसे बची जान?

    इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने गुरुवार को दावा किया कि अगर मौका मिलता, तो इजराइल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाता.

    Israel wanted to kill Iranian Supreme Leader Khamenei
    प्रतीकात्मक तस्वीर/Photo- ANI

    तेहरान/तेल अवीव: ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक सनसनीखेज बयान सामने आया है. इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने गुरुवार को दावा किया कि अगर मौका मिलता, तो इजराइल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाता.

    इजराइली चैनल 13 को दिए इंटरव्यू में काट्ज ने कहा, "अगर खामेनेई हमारी पहुंच में होते, तो हम उन्हें खत्म कर देते. हमें इसके लिए किसी से इजाजत लेने की ज़रूरत नहीं है." इस बयान से दोनों देशों के बीच पहले से जारी टकराव और भी तेज हो सकता है.

    अमेरिका ने कहा- ईरान का परमाणु कार्यक्रम नष्ट

    दूसरी ओर, अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने दावा किया कि 22 जून को अमेरिका द्वारा किए गए हमले में ईरान के प्रमुख परमाणु ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया है. पेंटागन में मीडिया को संबोधित करते हुए हेगसेथ ने इस हमले को "ऐतिहासिक रूप से सफल ऑपरेशन" बताया.

    उन्होंने मीडिया को उन रिपोर्ट्स के लिए आड़े हाथों लिया, जिनमें कहा गया था कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम अब भी सक्रिय है. हेगसेथ के मुताबिक, अमेरिका ने ईरान की सैन्य और परमाणु क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है.

    इजराइली सेना का दावा- सभी सैन्य लक्ष्य पूरे किए

    इजराइली डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने भी पुष्टि की है कि हालिया संघर्ष में उसने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत अपने सभी सैन्य लक्ष्य हासिल कर लिए हैं. बयान में कहा गया, "12 दिनों में हमने ईरान के भीतर गहराई तक घुसकर उसके परमाणु और मिसाइल ढांचे को क्षति पहुंचाई है."

    सेना के अनुसार, इस ऑपरेशन के तहत ईरान की बैलिस्टिक क्षमता, सैन्य नेतृत्व और इजराइल विरोधी नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की गई.

    इजराइल की चेतावनी- फिर हमला कर सकते हैं

    रक्षा मंत्री काट्ज ने यह भी साफ किया कि अगर ईरान से कोई भी खतरा महसूस हुआ तो इजराइल फिर से हमला करेगा – और यह हमला पहले से "सौ गुना बड़ा" होगा.

    ईरान का जवाब- बातचीत पर कोई फैसला नहीं

    ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने फिलहाल अमेरिका से बातचीत की किसी योजना से इनकार किया है. उन्होंने कहा, "हम विचार कर रहे हैं कि क्या अमेरिका से बातचीत हमारे राष्ट्रीय हित में है या नहीं." हालांकि उन्होंने यह माना कि दोनों देशों के बीच पहले पांच दौर की बातचीत हो चुकी है.

    इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संकेत दिया था कि जल्द ही अमेरिका और ईरान के बीच फिर से वार्ता हो सकती है. लेकिन ईरानी पक्ष इस पर अभी असमंजस में दिख रहा है.

    ये भी पढ़ें- फ्लाइट से पैसेंजर पहुंचे पुणे, सामान दुबई छोड़ आया विमान; एयर इंडिया के बाद अब स्पाइसजेट की लापरवाही