Israel and Iran: नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान एक बार फिर सुर्खियों में है. ईरान और इज़रायल के बीच जारी संघर्ष के बीच, ट्रंप ने ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं की खुलेआम सराहना करते हुए चौंकाने वाला बयान दिया. एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, इज़रायल को बहुत जोरदार चोट लगी, ओह बॉय, उन बैलिस्टिक मिसाइलों ने कई इमारतों को तबाह कर दिया. ट्रंप का यह बयान उस समय आया है जब ईरान और इज़रायल के बीच संघर्ष विराम की घोषणा हुई है. कई विश्लेषकों का मानना है कि इज़रायल को भारी नुकसान पहुंचाने वाली ईरानी मिसाइलों की मारक क्षमता देखकर ही ट्रंप ने युद्ध रोकने की वकालत की है.
खामेनेई से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग पर पलटी ट्रंप की राय
कुछ समय पहले तक ट्रंप का रुख काफी आक्रामक था. उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से बिना शर्त सरेंडर की मांग की थी. लेकिन खामेनेई ने इसे सिरे से नकारते हुए साफ कहा कि, ईरान सिर्फ अल्लाह के आगे सिर झुकाता है, किसी देश के आगे नहीं. इसके बाद अब ट्रंप का बयान बदला हुआ नजर आ रहा है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि परिस्थितियों को देखते हुए संघर्षविराम की पहल अमेरिका के दबाव में ही हुई.
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— Iran Observer (@IranObserver0) June 25, 2025
Trump:
'Israel got hit really hard, Oh Boy, those ballistic missiles took out a lot of buildings' pic.twitter.com/IGcZRQ7xOX
1000 से अधिक मिसाइलें दागी गईं
इज़रायल डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुमान के अनुसार, ईरान ने हालिया युद्ध में 1000 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, जिनमें सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल थीं. भले ही इन मिसाइलों की सटीक संख्या सार्वजनिक नहीं की गई हो, लेकिन कुछ प्रमुख मिसाइलों की पहचान की गई है जिन्हें ईरान ने इस्तेमाल किया:
शहाब-3 (Shahab-3)
रेंज: 1,000 से 1,300 किलोमीटर
विशेषता: मध्यम दूरी की मिसाइल, सीधे इज़रायल को टारगेट कर सकती है. ईरान की बैलिस्टिक तकनीक का पुराना और विश्वसनीय मॉडल.
खोर्रमशहर-4 (Khorramshahr-4)
रेंज: लगभग 2,000 किलोमीटर
विशेषता: लंबी दूरी तक मार करने वाली यह मिसाइल कई वॉरहेड्स ढो सकती है, रडार को धोखा देने में सक्षम है और मोबाइल लॉन्चिंग सिस्टम से चलाई जा सकती है. परिणाम: अमेरिका द्वारा तेहरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर हमले के जवाब में इसका उपयोग किया गया.
सेजील (Sejjil)
रेंज: लगभग 2,000 किलोमीटर
विशेषता: ठोस ईंधन से चलने वाली यह मिसाइल तुरंत लॉन्च की जा सकती है, जिससे इसका जवाब देने का मौका दुश्मन को कम मिलता है.
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