पश्चिम एशिया में तनाव अपने चरम पर है. अमेरिका द्वारा ईरान पर किए गए हालिया हमले के बाद ईरान ने भी कड़ा जवाब देते हुए इजरायल पर बड़ा हमला कर दिया है. इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने पुष्टि की है कि ईरान की ओर से 40 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई हैं, जो अब तक का सबसे बड़ा एकल हमला माना जा रहा है. इन हमलों में कई जगहों पर मिसाइलें गिरी हैं, जिससे जान-माल के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचकर घायलों को तलाशने और मदद पहुंचाने में जुटे हैं.
अज्ञात बंकर में छुपे हैं खामेनेई
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई, जो आम तौर पर ऐसे हालात में राष्ट्र को संबोधित करते हैं, फिलहाल कहीं नजर नहीं आ रहे हैं. खबरों के मुताबिक, खामेनेई को सुरक्षा कारणों के चलते एक अज्ञात बंकर में स्थानांतरित कर दिया गया है, और उनकी सभी संचार लाइनों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि उनकी लोकेशन का पता न चल सके. जब तक वे सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आते, तब तक ईरान की औपचारिक रणनीति को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाएगी.
'गंभीर और खतरनाक परिणाम भी होंगे'
इस बीच, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने अमेरिका के हमले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “ईरान को अपने परमाणु ठिकानों पर हमले के खिलाफ जवाब देने का पूर्ण वैध अधिकार है. हम अपनी संप्रभुता, हितों और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर विकल्प खुले रखते हैं.” अरागची ने अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय कानूनों, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और परमाणु अप्रसार संधि (NPT) का घोर उल्लंघन करने का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी कहा कि, “आज जो हुआ, वह केवल निंदनीय ही नहीं, बल्कि इसके गंभीर और खतरनाक परिणाम भी होंगे. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गैरकानूनी कार्रवाई पर गंभीर चिंता जतानी चाहिए.”
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