भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ शुरू की जवाबी कार्रवाई, लाहौर पर ड्रोन अटैक किया, कई जगह ब्लैकआउट

    भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव ने अब एक निर्णायक मोड़ ले लिया है. आतंकवाद के खिलाफ छेड़े गए भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत जहां 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया और 90 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया

    Indian Army launched retaliatory action against Pakistan
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    नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव ने अब एक निर्णायक मोड़ ले लिया है. आतंकवाद के खिलाफ छेड़े गए भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत जहां 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया और 90 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया, वहीं इसके बाद पाकिस्तान की ओर से आई प्रतिक्रिया और भारत की उससे भी ज़्यादा सटीक जवाबी कार्रवाई ने दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति को पूरी दुनिया की नजरों में ला दिया है.

    अब जबकि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के लाहौर शहर में ड्रोन अटैक कर दुश्मन के एयर डिफेंस नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है, यह स्पष्ट हो गया है कि भारत अब आतंकवाद के प्रति "सिर्फ शब्दों में नहीं, कार्रवाई में" ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है.

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाया पाकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने के बाद पाकिस्तान की सत्ता में बैठी सरकार और उसकी सेना दोनों ने बेहद आक्रामक बयानबाज़ी की. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए धमकी दी कि “खून के हर कतरे का हिसाब लिया जाएगा.” वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता (DG ISPR) ने कहा कि "आर्मी को बदला लेने की पूरी छूट दी गई है."

    हालांकि, इस बौखलाहट में पाकिस्तान ने जो कदम उठाया, वह भारत के लिए नया नहीं था—सीमा पार आतंकी हमलों की कोशिशें, ड्रोन हमले और मिसाइलें. लेकिन इस बार भारत तैयार था. और जवाब भी वैसा ही था: तगड़ा और त्वरित.

    भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला

    8 मई की सुबह पाकिस्तान ने एक साथ भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की. ये हमले जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक फैले हुए थे—अवंतीपुरा, श्रीनगर, पठानकोट, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को लक्ष्य बनाया गया.

    लेकिन भारतीय सेना की सतर्कता और एस-400 'सुदर्शन चक्र' एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की पूरी योजना को ध्वस्त कर दिया. दर्जनों ड्रोन और आठ मिसाइलों को हवा में ही खत्म कर दिया गया.

    लाहौर पर भारत का ड्रोन स्ट्राइक

    भारत ने पाकिस्तान के नाकाम हमलों का जवाब बेहद योजनाबद्ध तरीके से दिया. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की निगरानी में ऑपरेशन का दूसरा चरण शुरू हुआ. भारतीय सेना ने लाहौर में आतंकियों की गतिविधियों से जुड़े एक दर्जन ठिकानों की पहचान की, जिनमें से कुछ को ड्रोन अटैक के ज़रिए तबाह कर दिया गया.

    इस ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेना और खुफिया एजेंसियों द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई. सेना की कार्रवाइयों को लेकर उन्हें लगातार अपडेट मिल रहे हैं.

    तनाव कम करने की जरूरत पर बल

    भारत-पाक टकराव की गंभीरता को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भी नजरें इस पर टिकी हुई हैं. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बात की और दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने पर बल दिया.

    अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, "हम भारत और पाकिस्तान दोनों को संयम बरतने और सीधे संवाद के ज़रिए तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं." साथ ही, अमेरिका ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की और भारत के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई.

    JF-17 फाइटर जेट हुए निशाना

    भारत की जवाबी कार्रवाई के बीच पाकिस्तान ने यह स्वीकार किया है कि भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे उनके दो JF-17 फाइटर जेट भारतीय वायुसेना ने मार गिराए हैं. यह इस संघर्ष की एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है, क्योंकि पाकिस्तान ने बहुत कम मौकों पर ऐसा सीधा कबूलनामा किया है.

    अधिकारियों की छुट्टियां रद्द

    दिल्ली सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अपने सभी प्रशासनिक अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और उन्हें तुरंत ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के आदेश दिए हैं. राजधानी समेत पूरे देश में संवेदनशील प्रतिष्ठानों और स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 

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