नई दिल्ली: भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. गुरुवार रात जम्मू-कश्मीर के कई क्षेत्रों में अचानक ब्लैकआउट कर दिया गया, वहीं सीमावर्ती राज्य पंजाब और राजस्थान के कुछ जिलों में भी सुरक्षा कारणों से अंधेरा कायम रखा गया. यह कदम पाकिस्तान की ओर से हो रही भारी गोलाबारी, संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों और आसमान में दिखाई दे रहे अज्ञात उड़ते उपकरणों को देखते हुए उठाया गया है.
इस पूरे घटनाक्रम ने सीमाई इलाकों में रह रहे नागरिकों के बीच चिंता की लहर दौड़ा दी है. लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी गई है, जबकि भारतीय सुरक्षा बल हर मोर्चे पर तैनात हैं.
पाकिस्तान की तरफ से भारी गोलाबारी
जम्मू जिले के आरएसपुरा सेक्टर में गुरुवार रात अचानक तेज़ शेलिंग शुरू हो गई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सीमापार से मोर्टार दागे जा रहे थे, जिनकी आवाज़ें कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी गईं. घरों की खिड़कियां और दरवाज़े तक कांपने लगे.
"ऐसा लगा मानो ज़मीन हिल रही हो," एक स्थानीय निवासी ने बताया. ग्रामीणों को सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया गया है और सेना द्वारा उन्हें रात के दौरान घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है.
ब्लैकआउट: अंधेरे में सुरक्षा
गुरुवार रात 8 बजे के आसपास जम्मू के कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई जानबूझकर बंद कर दी गई. इसका उद्देश्य था—किसी भी संभावित हवाई हमले या ड्रोन स्ट्राइक से बचाव.
पाकिस्तान की ओर से बार-बार की जा रही हवाई निगरानी और ड्रोन घुसपैठ की घटनाओं को देखते हुए यह निर्णय लिया गया. ब्लैकआउट से संभावित लक्ष्यों को दृश्य से छिपाने में मदद मिलती है, जिससे दुश्मन की निगरानी व सटीक निशाना लगाने की क्षमता प्रभावित होती है.
ड्रोन या कुछ और? लाल रौशनी वाले उड़ते उपकरण
अखनूर सेक्टर के निवासियों ने बताया कि उन्होंने आकाश में लाल रंग की चमकदार वस्तुएं देखीं. एक चश्मदीद ने कहा, "वो गुब्बारे जैसे दिख रहे थे, लेकिन उनकी चाल सामान्य नहीं थी. कुछ मिनटों में ही तेज़ धमाकों की आवाजें आईं."
इन वस्तुओं के ड्रोन होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, खासकर ऐसे समय में जब सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से हथियार, विस्फोटक या निगरानी उपकरण भेजने के प्रयास पहले भी पकड़े जा चुके हैं.
भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है, और आसमान पर निगरानी बढ़ा दी गई है.
राजस्थान और पंजाब में भी हाई अलर्ट
जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ राजस्थान और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर जैसे जिलों में रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक ब्लैकआउट का आदेश जारी किया गया है.
पंजाब के गुरुदासपुर और आस-पास के क्षेत्रों में भी लोगों को रात के समय अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की चेतावनी दी गई है.
इन क्षेत्रों में सेना और अर्धसैनिक बलों की गश्त को बढ़ा दिया गया है और ग्रामीणों को आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
सायरन की आवाज़ें और जनता में बेचैनी
ब्लैकआउट के साथ-साथ कई क्षेत्रों में सायरन बजाए गए, जिनका उद्देश्य था लोगों को सतर्क करना और घरों के भीतर रहने के लिए आगाह करना.
आरएसपुरा के एक निवासी ने बताया, "सायरन की आवाज़ सुनकर बच्चों में डर बैठ गया है. लोग समझ नहीं पा रहे कि हो क्या रहा है." सेना द्वारा लोगों को शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है.
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